16 दिसंबर को अपने दोस्तों के साथ उज्जैन महाकाल के लिए ट्रेन से रवाना हुआ जुगसलाई काली स्थान निवासी अविनाश प्रसाद (34) का शव रेल पुलिस ने रायगढ़ के जामगांव नदी से बरामद किया. पोस्टमार्टम के बाद परिजन रविवार की सुबह शव लेकर जमशेदपुर पहुंचे. इनके बाद पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. अविनाश के छोटे भाई आकाश प्रसाद ने बड़े भाई की हत्या की आशंका जतायी है. अविनाश पेशे से इलेक्ट्रिशियन था.
16 दिसंबर को शालीमार-भुज ट्रेन से हुआ था रवाना
16 दिसंबर को अविनाश प्रसाद अपने तीन दोस्तों के साथ शालीमार-भुज ट्रेन से उज्जैन महाकाल जाने के लिए रवाना हुआ था. ट्रेन के कोच बी-2 का सीट नंबर 24 अविनाश के नाम से आरक्षित था. वह बी-8 में सफर कर रहा था. आरोप है कि सीट परिवर्तित कराने के दौरान ट्रेन के टीटीइ प्रेमचंद और अविनाश के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गयी थी. टीटीइ ने आरपीएफ को बुलाने की बात कही. इसी दौरान अविनाश रहस्यमय तरीके से गायब हो गया. साथियों ने उसे खोजना शुरू किया. अविनाश के पास वाली सीट पर सफर कर रहे यात्री ने उसका मोबाइल उसके दोस्तों को दिया.
टीटीइ के खिलाफ पीड़ित परिवार करेगा केस
अविनाश के दोस्तों ने घटना की जानकारी उसके परिवार के लोगों को दी. इसके बाद परिवार के लोग ने खोजबीन शुरू की. आकाश प्रसाद ने कहा कि जिस तरह से बड़े भाई का शव मिला है. वह हत्या का मामला लग रहा है. परिवार टीटीइ के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी में है.
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