बस मालिकों को अपनी जेब से डालना पड़ा तेल
कर्मियों की दिहाड़ी पर भी आफत
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जमशेदपुर शहर के अंदर और जेपी सेतु बस स्टैंड से बिहार, बंगाल और ओडिशा मार्गों पर रविवार से बसों का परिचालन शुरू हो गया. मगर यात्रियों की कमी के कारण बस संचालकों में मायूसी दिखी. हालत ये रही कि बस मालिकों को अपनी जेब से तेल डालना पड़ा और बस कर्मियों को दिहाड़ी पर भी आफत रही. जमशेदपुर के अंदर कुछ ही मार्गों पर मिनी बसों का परिचालन हुआ. रविवार को जेपी सेतु बस स्टैंड भुइयांडीह से रांची, घाटशिला, बहरागोड़ा, पटमदा, चाईबासा, धनबाद, बोकारो आदि मार्गों पर आम दिनों की अपेक्षा आधी ही बसें चली और यात्रियों की संख्या कम थी. टाटा से बिहारशरीफ, नवादा, आरा, बक्सर के लिए 5, पटना, सीवान, छपरा, गया, जहानाबाद के लिए 4- 4, मोतीहारी, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया 3-3 और दरभंगा मार्ग पर 2 बसें चली. देर रात पुरुलिया बस स्टैंड टाटा से कटक, भुवनेश्वर के लिए 12 और टाटा से कोलकाता मार्ग पर एक बस चली. 22 से बंद था बसों का परिचालनजमशेदपुर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए बस मालिकों ने 22 मई को बसों को चुनाव कार्य के लिए वाहन कोषांग में जमा कर दिया था. चार दिन बाद रविवार को चुनाव कार्य से मुक्त होने पर बसों के पहिये फिर से सड़कों पर दौड़ने लगे. बस स्टैंड पर यात्रियों का इंतजार कर रहे चालकों ने कहा कि रविवार से बसों का परिचालन तो शुरू हो गया है. जैसे- जैसे बसें रिलीज होकर आ रही है. वैसे- वैसे निर्धारित मार्गों पर चलने लगी है.
रविवार से सभी मार्गों पर चलेंगी बसें
बस स्टैंड पर बस संचालक मृत्युंजय सिंह, सुधीर ने बताया कि रविवार से बस का परिचालन तो शुरू हो गया है, लेकिन अभी यात्रियों की कमी है. शादी विवाह लग्न नहीं होने से यात्रियों की संख्या कम है. रविवार का दिन होने तथा मतदान समाप्ति का पहला दिन होने के चलते यात्री बसों में सवारी देखने को नहीं मिली. बस संचालक कहते हैं कि सोमवार से नियमित रूप से बसों के संचालन होने से बसों में सवारी भी आने लगेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है