वे शुक्रवार को बिष्टुपुर के एक होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस मौके पर एक्मा का सेमिनार भी आयोजित हुआ. इसमें मुख्य रूप से एक्मा के चेयरमैन किलोल कमानी, रतन कपूर, निर्मल कुमार मिंडा समेत अन्य लोग मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन एक्मा के डिप्टी चेयरमैन संजय सबरवाल ने किया. यहां दीपक डोकानिया समेत करीब 40 कंपनियों के मालिक-निदेशक शामिल हुए, जबकि एक्मा की ओर से रतन कपूर के अलावा डायरेक्टर जेनरल विन्नी मेहता व रीजनल सेक्रेट्री योगिता सत्पथी ने उद्यमियों को संबोधित किया.
जमशेदपुर में इसकी संभावना सबसे ज्यादा है, लेकिन यहां कार या टू व्हीलर की कोई कंपनी नहीं है. यहां ऑटो इंडस्ट्री का इन्फ्रास्ट्रक्चर सबसे पुराना है, लेकिन पता नहीं क्यों, इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया. उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में यहां के ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चररों के अलावा सरकार के स्तर पर भी बात करेंगे. उन्होंने कहा कि एक्मा चाहती है कि देश की एक-दो बड़ी कार या टू व्हीलर कंपनियां यहां प्लांट लगायें, ताकि इस औद्योगिक क्षेत्र का विकास हो सके. श्री कपूर ने खड़गपुर में वेयरहाउस खोलने की घोषणा की, जिसका जमशेदपुर की कंपनियां लाभ उठा सकती हैं. उन्होंने बताया कि देश में हीरो व होंडा फिलहाल 11-12 मिलियन बाइक बना रही हैं, लिहाजा वह भी नया प्लांट लगाने पर विचार कर रही हैं. यदि ये कंपनियां यहां उत्पादन इकाई खोलती हैं, तो पूर्वी क्षेत्र के लिए बड़ी बात होगी. असम से बांग्लादेश, म्यांमार होते हुए चीन तक सड़क निर्माण होने जा रहा है, इसका लाभ पूरे पूर्वी भारत को मिलेगा.