लेकिन पिछले 16 सालों में एयर पोर्ट का सिर्फ सपना ही दिखाया गया. हर सरकार कहती रही कि एयरपोर्ट बनेगा. वर्तमान रघुवर सरकार ने भी एयरपोर्ट बनाने के लिए कांड्रा की जमीन को फाइनल कर दिया, लेकिन अचानक सरकार ने सुर बदल लिये और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ही कह दिया कि एयरपोर्ट बनाने की जरूरत नहीं है, रांची और जमशेदपुर के बीच की दूरी ही कम होगी. इससे उद्यमियों व व्यवसायियों में आक्रोश है.
Advertisement
16 साल से एयरपोर्ट का स्वप्न दिखा रही सरकार
जमशेदपुर. झारखंड (पहले एकीकृत बिहार) की औद्योगिक राजधानी के रूप में पहचाना जाने वाला जमशेदपुर हवाई कनेक्शन से अछूता है. केंद्रीयनागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा शक्रवार को जमशेदपुर के एक दिन के दौरे पर आ रहे हैं. उद्यमियों व व्यवसायियों को उनसे काफी उम्मीदें हैं. जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले का आदित्यपुर और गम्हरिया क्षेत्र औद्योगिक […]
जमशेदपुर. झारखंड (पहले एकीकृत बिहार) की औद्योगिक राजधानी के रूप में पहचाना जाने वाला जमशेदपुर हवाई कनेक्शन से अछूता है. केंद्रीयनागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा शक्रवार को जमशेदपुर के एक दिन के दौरे पर आ रहे हैं. उद्यमियों व व्यवसायियों को उनसे काफी उम्मीदें हैं. जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले का आदित्यपुर और गम्हरिया क्षेत्र औद्योगिक निवेश के लिहाज से काफी बेहतर है और इसको झारखंड का शो पीस के रूप में राज्य सरकार भी पेश करती आयी है.
जमशेदपुर में एयरपोर्ट जरूरी क्यों? : जमशेदपुर और कोल्हान में अरबों का निवेश है. यहां से जापान, अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के जरिये कारोबार होता है. यहां देश-विदेश में प्रसिद्ध झारखंड का प्राइवेट बिजनेस मैनेजमेंट स्कूल एक्सएलआरआइ चल रहा है जबकि सोनारी एयरपोर्ट टाटा स्टील का होने के कारण वहां से कोई कारोबारी विमान तक उतर नहीं पाता है. सिर्फ टाटा स्टील ही नहीं बल्कि कई मल्टीनेशनल कंपनियां आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में हैं जबकि कई कारोबारी जमशेदपुर में ही रहते हैं. टाटा स्टील कहती है जमशेदपुर में एयरपोर्ट जरूरी नहीं : टाटा स्टील कह चुकी है कि जमशेदपुर में एयरपोर्ट जरूरी नहीं है. टाटा स्टील के सारे कारोबार उसके सोनारी एयरपोर्ट से संचालित होते रहते हैं. गम्हरिया में जमीन अधिग्रहण में पहले टाटा स्टील ही एयरपोर्ट बनायेगी. इसके बाद कंपनी निवेश से बचने के लिए नया कदम उठायी और जमशेदपुर से रांची की दूरी को ही घटा देने पर जोर देने लगी.
बहरागोड़ा का रनवे का भी हो सकता है इस्तेमाल. बहरागोड़ा में द्वितीय विश्वयुद्ध का रनवे है. इसका भी इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है.
एयरपोर्ट नहीं बनाया जाना दुर्भाग्य की बात है. यहां तो आना ही मुश्किल है.
शत्रुघ्न सिन्हा, सिने स्टार व भाजपा सांसद
एयरपोर्ट नहीं होने से कारोबार के लिए यहां पहुंच पाना काफी मुश्किल है.
अजीम प्रेमजी, चेयरमैन, विप्रो
जमशेदपुर झारखंड की पहचान है. बिना एयरपोर्ट कैसे काम चलेगा.
आलिया भट्ट, सिने स्टार
एयरपोर्ट तो जरूरी है, जमशेदपुर जैसे शहर में नहीं होगा तो और कहां होगा.
अनुपम खेर, सिने स्टार
जमशेदपुर में एयरपोर्ट हर हाल में हो, सरकार इस ओर ध्यान देना चाहिए.
परिमल नाथवानी, वीपी रिलायंस सह सांसद
एयरपोर्ट जरूर बने, इसके बगैर कारोबार असंभव है.
एसके बेहरा, एमडी, आरएसबी ग्रुप
एयरपोर्ट नहीं होगा तो लोग आना-जाना कैसे करेंगे. निवेश कैसे होगा.
रमेश के अग्रवाल, ज्वाइंट एमडी, क्योसेरा
टापू के तौर पर जमशेदपुर को छोड़ना राज्य के विकास के लिए ठीक नहीं.
हरभजन सिंह, सीनियर वीपी, होंडा स्कूटर्स
एयरपोर्ट के बगैर निवेशक आना नहीं चाहेंगे. कनेक्टिविटी जरूरी है.
सुरेश सोंथालिया, अध्यक्ष, सिंहभूम चेंबर
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement