वे चाहते हैं कि झारखंड सरकार और जिला प्रशासन के जरिये उत्तराखंड पुलिस से न्याय दिलाने में मदद करें. बहन अपराजिता ने बताया कि उनका भाई आदित्य राज जेएलएल में इंजीनियर था. एक दिसंबर 2014 को भाई की शादी भागलपुर के नारायणपुर निवासी पल्लवी लीली के साथ हुआ था. विवाद के दो दिनों बाद पल्लवी पढ़ाई का बहाना बनाकर मायके चली गयी और वहां से अपने पति (अपराजिता के भाई) पर परिवार वालों को छोड़ने का दबाव बनाने लगी. भाई द्वारा विरोध करने पर प्रताड़ना के मामले में फंसाने की धमकी देती रही. पल्लवी पिछले आठ-नौ माह से रुद्रपुर में भाई के साथ रह रही थी.
16 मई को उसके भाई ने सुबह में बात की और कहा कि घर में लड़ाई हो रही है. उसी दिन रात में कंपनी के कर्मचारियों ने फोन कर बताया कि आदित्य राज ने फांसी लगा ली है. हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही गयी, लेकिन वहां की पुलिस मदद नहीं कर रही है.