जमशेदपुरः जय-जय भैरवि असुर भयाउनि, पशुपति भासिनी माया… भगवती वंदना के साथ मिथिला सांस्कृतिक परिषद की महिला शाखा की ओर से गोलमुरी स्थित परिषद में धूमधाम के साथ रविवार को जानकी नवमी महोत्सव मनाया गया.
समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि रंजना मिश्रा, सम्मानित अतिथि पूर्व आरक्षी अधीक्षक अखिलेश झा ने मां जानकी की प्रतिमा पर पुष्ष चढ़ा कर और दीप प्रज्वलित कर किया. अपने संबोधन में रंजना मिश्रा ने समाज की महिलाओं को माता जानकी के बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया.
मैथिल गीतों पर झूमे लोग
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में महिला शाखा की ओर से गीत- संगीत का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. शंकरनाथ झा ने करियौ ने देरी अहां सुनु सजनी, भोरे-भोरे जायब हम जनक नगरी…, चलू चलू बाबू भैया मिथिला के गाम से देखबे कनिये…, जखन भेटब त सब दुख कहब…, चलू- चलू यौ अभिराम…, बबीता झा एवं अन्नपूर्णा झा ने चलु सखि हिल-मिल…, राज बगिया में देखल दूईचोर के…, एक श्यामल संग एक गोर के…,जनक दुलारी अहॉ सिया सुकुमारी…आदि गीतों की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. स्वागत संबोधन अध्यक्ष शीला झा, संचालन डॉ अशोक अविचल और धन्यवाद ज्ञापन किरण झा ने किया. कार्यक्रम में परिषद के अध्यक्ष लक्ष्मण झा, सुजीत कुमार झा, परमानंद झा, सुरेश कुमार झा, राकेश रंजन, डॉ रवींद्र चौधरी, प्रमोद कुमार झा, अरुण कुमार झा सहित बड़ी संख्या में मिथिला समाज के लोग उपस्थित थे.