टॉपर टॉक : मिताली देवदत्त मवाल::::असंपादितरेगुलर रहें व डाउट क्लियर करने पर ध्यान दें मिताली देवदत्त मवाल मार्क्स : 97.5 प्रतिशत रैंक : स्कूल टॉपर संकाय : कॉमर्स स्कूल : कारमेल जूनियर काॅलेज बोर्ड : आइएससी (बारहवीं) माता : शिवानी मवाल पिता : देवदत्त मवाल लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मैंने शुरू से बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर ध्यान दिया. लेकिन तनाव में कभी नहीं रही. मैं काफी आराम से पढ़ती थी. हाेम वर्क समय पर पूरा करना और डाउट को क्लियर करना मैंने शुरू से जारी रखा. यही वजह है कि मैं तनाव में कभी नहीं आयी और मेरी तैयारी भी अच्छी होती गयी. मैथ्स-अकाउंट्स की रोज की प्रैक्टिस मैं मैथ्स और अकाउंट्स की रोज प्रैक्टिस करती थी. इसकी सबसे बड़ी वजह थी इन विषय में मेरी रुचि होना. ये दोनों विषय ऐसे हैं कि यह रोज अभ्यास की मांग करता है. कई बार ऐसा लगता है कि अापको किसी प्रश्न का उत्तर पता होता है लेकिन दो-तीन दिन नहीं बनाने पर हो सकता है ऐसे प्रश्न भूल जायें. ऐसा अक्सर हो जाता है. इसलिए इसकी प्रैक्टिस रोज करनी चाहिए. मैं ये दोनों ही विषय रोज पढ़ती थी. कॉमर्स में मुझे थोड़ी दिक्कत हुई थी. इसमें लंबे पॉर्सन थे. इसलिए इसे याद करने में परेशानी होती थी. लेकिन बार-बार अभ्यास कर मैंने इसे भी समय पर पूरा कर लिया था. हर परीक्षा पर दी थी ध्यान मैंने क्लास में होने वाली हर परीक्षा पर ध्यान दिया था. क्लास टेस्ट और टर्म की भी अच्छी तैयारी करती थी. इसके प्रश्न बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रख कर ही पूछे जाते हैं. इसके अलावा फर्स्ट टर्म में पूछे गये प्रश्न का कुछ भाग सेकेंड टर्म में भी रीपिट होता है. इस तरह एक ही चीज को बार-बार पढ़ने से अच्छी तैयारी होती चली गयी. मैं कहना चाहती हूं कि क्लास टेस्ट व टर्म बोर्ड परीक्षा में काफी सहायक होते हैं. इसकी तैयारी कर लेने से आपको अंतिम समय में अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं होती. बस रीविजन करना होता है. प्री बोर्ड के बाद हो गयी थी सिनसियर प्री बोर्ड से पहले मैंने सलेबस पूरा कर लिया था. प्री बोर्ड तक मैं सामान्य तरीके से पढ़ती रही. कोशिश करती थी कि हर काम समय पर पूरा कर लूं. प्री बोर्ड के बाद मैं तैयारी को लेकर सिनसियर हो गयी थी. इस दौरान मैं रीविजन करती थी. कुछ विषय में कुछ टॉपिक पूरा नहीं हुए थे उसे पूरा किया. क्वेश्चन बैंक से मिलती है अच्छी मदद मैंने पाठ्य पुस्तक के अलावा क्वेश्चन बैंक से भी तैयारी की थी. क्वेश्चन बैंक से तैयारी के दो फायदे हैं. एक तो आपको परीक्षा पैटर्न की जानकारी हो जाती है, दूसरा, एक-दो प्रश्न रीपीट भी होते हैं. इसलिए परीक्षा में ऐसे प्रश्नों के जवाब आप ठीक से लिख पाते हैं. इसके अलावा क्लास में टीचर्स की तरफ से उत्तर लिखने के तरीके बताये गये थे. किस तरह से लिखने से अधिक अंक मिलते हैं, कहां-कहां अंक कटने की संभावना रहती है आदि बता दिये गये थे. मैंने क्लास नोट्स से भी तैयारी की थी. सीए करना है लक्ष्य वर्तमान में मैं दिल्ली स्थित श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम कर रही हूं. साथ ही मैंने सीए की तैयारी भी शुरू कर दी है. मैं बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों से कहना चाहती हूं कि वह परीक्षा को हौव्वा नहीं बनायें और रेगुलर रहें. बात पते की – मैथ्स व अकाउंट्स की डेली प्रैक्टिस करें- तनाव में नहीं रहें आैर नॉर्मली तैयारी करें – टीचर की बतायी बातों पर गौर करें
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टॉपर टॉक : मिताली देवदत्त मवाल::::असंपादित
टॉपर टॉक : मिताली देवदत्त मवाल::::असंपादितरेगुलर रहें व डाउट क्लियर करने पर ध्यान दें मिताली देवदत्त मवाल मार्क्स : 97.5 प्रतिशत रैंक : स्कूल टॉपर संकाय : कॉमर्स स्कूल : कारमेल जूनियर काॅलेज बोर्ड : आइएससी (बारहवीं) माता : शिवानी मवाल पिता : देवदत्त मवाल लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर मैंने शुरू से बोर्ड परीक्षा की […]
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