पूछताछ में दोनों ने टाटा ग्रुप में नौकरी दिलाने के नाम पर एक माह से ठगी का कारोबार चलाने की बात स्वीकारी है. अखबारों में विज्ञापन देकर युवक ढूंढ़ते थे. इसकी जानकारी बुधवार को जुगसलाई थाना में डीएसपी बीएन सिंह व थाना प्रभारी अशोक कुमार गिरि ने प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि जुगसलाई गर्ल्स स्कूल रोड निवासी आर्दश कुमार रजक और उसके भाई से ठगी की गयी थी. आदर्श के बयान पर दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
एक सप्ताह बाद फिर अखबार में विज्ञापन छपा देख आदर्श ने अपने भाई को जरूरतमंद बनाकर भेजा. 22 सितंबर को अादर्श ने अपने भाई के माध्यम से दोनों को जुगसलाई प्रदीप मिश्रा चौक के पास चार हजार रुपये देने के लिए बुलाया. यहां उसे अन्य साथियों की मदद से पकड़ लिया. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.