साथ ही जमशेदपुर से अलग हिस्सा की स्थिति में उत्पन्न हो गयी है. मंगलवार की सुबह पथराव, दुकानों को जलाने की घटना के बाद मानगो चौक से मानगो थाना तक फोर्स को तैनात कर दिया गया था. लोगों की आवाजाही रोक दी गयी थी. पैदल एवं गाड़ियों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा था. शाम तक अघोषित कफ्यरू का दृश्य था. कफ्यरू की घोषणा होते ही पूरा मानगो छावनी में बदल गया है. मानगो थाना से लेकर गांधी मैदान के बीच फोर्स को तैनात रखा गया है. मानगो हनुमान मंदिर के पास डीएसपी जसिंता केरकेट्टा, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी जेपी यादव के नेतृत्व में सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है. राधाकृष्ण मंदिर के पास भी फोर्स को तैनात रखा गया है और किसी गाड़ियों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है. गुजरने वाले लोगों की जांच-पड़ताल की जा रही है. मानगो चौक( शहीद खुदीराम बोस चौक) के पास डीएसपी अमित कुमार, सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ, आइआरबी और जैप के जवान कैंप किये हुए हैं.
मानगो से साकची की ओर किसी गाड़ियों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है. मानगो मुंशी मोहल्ला के पास भी सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है. कफ्यरू की घोषणा होते ही सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान एक-एक मोहल्ले में पहुंचे और घर के बाहर जुटे लोगों को अपने-अपने घरों के अंदर चले जाने की हिदायत दी. सभी लोगों को घर के अंदर करा दिया गया. पुलिस एवं प्रशासन ने पूरे मानगो को अपने नियंत्रण में ले लिया है.