जमशेदपुर: नशा सेवन एक बीमारी है. यद्यपि कोई भी बीमार होने के लिए नहीं, मस्ती के लिए नशा सेवन शुरू करता है, लेकिन मस्ती कब लत बन जाती है, पता भी नहीं चलता. जब एहसास होता है, तब तक व्यक्ति उसका गुलाम बन चुका होता है, जिससे मुक्ति उसके वश में नहीं रह जाती.
एड्स तथा हेपेटाइटिस से भी अधिक लोगों की जान लेने वाली इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन मरीज के वापस इसकी गिरफ्त में आने की आशंका रहती है.
क्या करता है नशात्ननशा हमेशा हानिकारक होता है. हर नशीला पदार्थ सेवन करनेवाले के मस्तिष्क को प्रभावित करता है. कुछ तो अवसाद कारक होते हैं, लेकिन कुछ सेवन करने वाले को शीघ्र प्रभावित करते हैं. नशा व्यक्ति की इच्छा शक्ति तोड़ देता है, जिससे वह अपने निर्णयों पर दृढ़ नहीं रह पाता तथा बार-बार उसकी गिरफ्त में आ जाता है.