जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में बरसात के मौसम में भी उत्पादन लक्ष्य करीब 7000 वाहनों तक का रखा गया है. अर्थव्यवस्था में आयी सुस्ती खत्म होने के बाद मांग के अनुसार उत्पादन ने गति पकड़ ली है और ऐसे में टाटा मोटर्स की स्थिति भी पहले से सुधर रही है. पहले एक दिन में 125 से 165 तक ही वाहन बनाये जाते थे, वह संख्या अब बढ़ कर 250 से 300 तक हो गयी है.
बरसात के कारण जुलाई व अगस्त माह में उत्पादन काफी कम रहता था पर जुलाई माह में जहां करीब 6000 से अधिक वाहनों का उत्पादन हुआ. वहीं अगस्त में भी उत्पादन में बढ़ोतरी होना शुरू हुआ है. टाटा मोटर्स में उत्पादन बढ़ने का असर उसकी सहायक कंपनियों टीएमएल ड्राइव लाइंस व टाटा कमिंस पर भी पड़ने लगा है. यहां पहले से ज्यादा गेयर बॉक्स, एक्सल व इंजन बनने लगे हैं.
अस्थायी कर्मचारियों को हो रहा है लाभ
उत्पादन बढ़ने का लाभ अस्थायी कर्मचारियों को भी हो रहा है. इस मौसम में जहां आधे से अधिक अस्थायी कर्मचारी बैठे रहते थे और उन्हें रोटेशन के आधार पर काम मिलता था वहीं अभी अधिकांश अस्थायी कर्मचारी काम पर हैं.
मांग-उत्पादन बढ़ने से सभी उत्साहित : चंद्रभान
टेल्को वर्कर्स यूनियन के महामंत्री चंद्रभान सिंह ने कहा है कि कंपनी के वाहनों की मांग बढ़ने व उस अनुसार उत्पादन होने से इसका लाभ कंपनी और कर्मचारी दोनो को है. उन्होंने कहा कि मंदी के कारण कंपनी व कर्मचारी दोनों को लंबे समय तक नुकसान उठाना पड़ा था. अब बाजार में तेजी व मांग बढ़ने से निश्चित रूप से कर्मचारी व यूनियन उत्साहित है.