जमशेदपुर: मानगो बस स्टैंड के पास नदी के किनारे तीन अपराधियों ने लूट की नीयत से औरंगाबाद जिला (बिहार) के रहने वाले सुदामा सिंह (50) की चाकू से हमला कर हत्या कर दी. हमला करने के बाद उसके जेब से पांच हजार रुपये, मोबाइल और ड्राइविंग लाइसेंस लेकर फरार हो गये.
बताया जाता है कि लुटेरे उनके बस से उतरते के साथ ही पीछा कर रहे थे. घटना के वक्त सुदामा का भतीजा मृत्युंजय भी मौके पर मौजूद था. अपराधियों ने उस पर भी हमला किया, लेकिन वह बच गया. घटना मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे की है. सूचना मिलने के बाद सीतारामडेरा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया. मृतक का भतीजा मृत्युंजय सिंह ने सीतारामडेरा थाना में तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
मृत्युंजय ने बताया कि वे दोनों टाटा मोटर्स कंपनी का कान्वाई चलाते हैं. मंगलवार की सुबह दोनों बस से मानगो बस स्टैंड पर उतरे. दोनों एक साथ नदी किनारे शौच के लिए गये. इस दौरान तीन युवक आये और हमें घेर लिया.
तीनों ने अपशब्द का प्रयोग करते हुए कहा, जेब का पूरा पैसा दे दो, वरना ठीक नहीं होगा. एक ने कमर से चाकू निकाल कर पहले मुझपर हमला किया, लेकिन मेरे पीछे हट जाने के कारण मैं बच गया.
दूसरी बार उसने मेरा चाचा के पेट, सीना व हाथ पर चाकू से वार कर दिया. इसके बाद अपराधी पांच हजार रुपये, मोबाइल फोन और ड्राइविंग लाइसेंस लेकर छाया नगर की ओर भागे. कुछ दूर पर आरोपियों ने मोबाइल फोन और ड्राइविंग लाइसेंस फेंक दिये.
ड्राइविंग लाइसेंस मांगने पर मिली मौत
मृतक का भतीजा ने बताया कि अपराधी पैसे के साथ ड्राइविंग लाइसेंस भी ले जा रहे थे. मेरे चाचा ने कहा इसे मुङो लौटा दीजिये, यह मेरी रोजी रोटी है. इतना सुनते ही अपराधियों ने चाकू से हमला कर दिया. घटना के दौरान चाचा को लहूलुहान तड़पते देख कर भतीजा मृत्युंजय चिल्ला-चिल्ला कर लोगों से मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. घटना के करीब आधा घंटा बाद उसके चाचा सुदामा सिंह ने दम तोड़ दिया. बाद में पास के लोग घटना स्थल पर पहुंचे.