जमशेदपुर : दलमा बुरू सेंदरा समिति के आहवान पर विशु सेंदरा पर्व मनाने के लिए सैकड़ों दिसुआ सेंदरा वीर(शिकारी) पारडीह काली मंदिर के समीप फदलोगोड़ा पहुंचे. रविवार की सुबह से ही दलमा की तलहटी के गांवों से शिकारियों का आना शुरू हो गया था. देर शाम तक उनके आने का सिलसिला जारी था. सभी फ दलोगोड़ा के समीप गिपीतिज टांड़ी (विश्रम स्थल) में रात्रि विश्रम के लिए एकजुट हुए.
इस दौरान सामाजिक, पारंपरिक रीति-रिवाज व समाज के बदलते स्वरूप पर विचार किया गया. सोमवार तड़के शिकार के लिए जंगलों में कूच करेंगे. सेंदरा पर्व दलमा राजा राकेश हेंब्रम के आहवान पर किया जा रहा है. विशु सेंदरा में झारखंड, बंगाल व ओड़िशा क्षेत्र के सैकड़ों लोग पारंपरिक हथियार व ढोल-नगाड़े के साथ शामिल हुए.
गरमी के बावजूद जोश नहीं हुआ कम: रविवार को तपती धूप के बावजूद शिकारियों का जोश कम नहीं हुआ. पहाड़ से सटे गांव के बाहर पेड़ के छांव में दिन भर सुस्ताते रहे. अपने साथ लाये चूड़ा, चना व मूढ़ी का लुत्फ उठाते रहे. सेंदरा समिति के सूत्रों का मानना है कि इस बार लगभग 12 सौ शिकारी विशु सेंदरा पर्व खेलने के लिए पहुंचे हैं.