धरना को संबोधित करते हुए आलोक दुबे ने कहा कि 50 लाख लोगों का राशन कार्ड बनाया गया है, इसके बावजूद प्रदेश में भूख से मौत हो रही है. श्री दुबे ने कहा कि राशन कार्ड में आधार कार्ड की अनिवार्यता का मसला भूख से मौत के बाद सामने आया है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब आधार अनिवार्य नहीं था, तब मुख्य सचिव ने इसे सख्ती से लागू करने का आदेश क्यों दिया?. इस आधार (जिसका आधार नंबर नहीं है) पर गरीब लोगों का राशन कार्ड क्यों रद्द किया गया?
धरना के उपरांत आलोक दुबे के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल डीसी के माध्यम से राज्यपाल को पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की. धरना की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय खां ने की, जबकि धरना में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री दुलाल भुइयां, राकेश तिवारी, पीएन झा, एलबी सिंह, संजय सिंह आजाद, शफी अहमद खान, अमरजीत नाथ मिश्रा, ब्रिजेंद्र तिवारी, अपर्णा गुहा, अवधेश सिंह, रजनीश सिंह, गणेश शंकर विद्यार्थी, निमाई मंडल, युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव परितोष सिंह, पवन सिंह व सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद थे. धरना का संचालन युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संजीव रंजन ने किया.