Hazaribagh News| बड़कागांव (हजारीबाग), संजय सागर : हजारीबाग में पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ की सूचना है. मुठभेड़ में एक उग्रवादी के घायल होने की भी खबर है. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है.
बड़कागांव थाना से 22 किलोमीटर दूर स्थित चरखा पत्थर के पास कथित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी एवं हजारीबाग पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ की शुरुआत रविवार (10 मार्च) को पूर्वाह्न 11:00 हुई. यह जंगल आंगों पंचायत के ग्राम गुडूकवा के अंतर्गत आता है.
बड़कागांव पुलिस ने मुठभेड़ की पुष्टि नहीं की है, लेकिन हजारीबाग एसपी के नेतृत्व में हजारीबाग एवं बड़कागांव की पुलिस ने चरकापत्थर जंगल के पास मोर्चा संभाल रखा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टीएसपीसी कमांडर दिवाकर उर्फ प्रताप के दस्ते के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई है.
ज्ञात हो कि बड़कागांव क्षेत्र में इन दिनों अपराधियों व टीएसपीसी की गतिविधि तेज हो गईं हैं. 7 मार्च की रात बड़कागांव थाना क्षेत्र के ग्राम तलसवार के कोयलांग के कर्माटांड़ में संचालित बालू यार्ड में 10:30 बजे रात में अज्ञात अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग की थी. इन्होंने जेसीबी मशीन और हाइवा चालक के साथ मारपीट की और वाहनों में तोड़फोड़ की. टीएसपीसी के नाम से धमकी भरा एक पर्चा भी कथित उग्रवादी वहां छोड़ गए थे.
दूसरी घटना 8 मार्च को बुंडू के सलिया टोंगरी से हल्दीकोचा तक बन रही सड़क के निर्माण में लगे मजदूरों के साथ 9 अपराधियों ने मारपीट की थी. गोलीबारी भी हुई थी. टीएसपीसी संगठन के नाम पर्चा छोड़कर अपराधी फरार हो गए थे. इसके बाद ही हजारीबाग एसपी के नेतृत्व में बड़कागांव, केरेडारी पुलिस आंगो के गुडुकुवा चरका पत्थर जंगल में छापामारी अभियान चला रही थी. इसी दौरान टीपीसी उग्रवादियों व पुलिस की मुठभेड़ हो गई.
दोनों ओर से कई चक्र गोली चली है. मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए. मुठभेड़ में एक उग्रवादी के जख्मी होने की सूचना है. बताया जाता है कि टीएसपीसी के दिवाकर का दस्ता बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था.
पुलिस के वरीय अधिकारी को इसकी सूचा मिल गई थी कि टीएसपीसी के एरिया कमांडर दिवाकर उर्फ प्रताप अपने दस्ते के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है. इसके बाद हजारीबाग के एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी अभियान की शुरुआत की. इसी दौरान उग्रवादियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. समाचार लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी.