10 दिन में एक यूनिट रक्त चाहिए 10 वर्षीय हमजा को
हजारीबाग : जामा मसजिद चौक निवासी अब्दुल तौसीम रजा उर्फ पप्पू का इकलौता पुत्र है गुलाम हमजा. हमजा की उम्र 10 वर्ष है. वह जन्म के नौ माह बाद से बी थैलेसेमिया की गिरफ्त में आ गया. तब से वह दूसरों के खून पर जिंदा है. पप्पू गरीब परिवार से आते हैं. जामा मसजिद चौक के पास एक एसटीडी बूथ चला कर अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं. साथ ही अपने एकलौते पुत्र हमजा के रोग से भी 10 वर्ष से लड़ते आ रहे है. उन्होंने बताया कि हमजा के जन्म के नौ माह बाद से उसके शरीर में रक्त बनना बंद हो गया.
रांची, वेल्लौर व दिल्ली के एम्स में कई बार उसका इलाज कराया पर, कोई फायदा नहीं हुआ. पहले हरेक तीन माह पर एक यूनिट रक्त चढ़ाना पड़ता था. बाद में रक्त चढ़ाने की अवधि घट कर दो माह फिर एक माह, पंद्रह दिन और अब दस दिन हो गया है. अब हर दसवें दिन हमजा को एक यूनिट खून चाहिए. उसका ब्लड ग्रुप ए पॉजीटिव है. हमजा के लिए कोर्रा के रहने वाले अभिषेक कुमार जोशी फरिश्ता बन कर आये. वे अभी तक आठ यूनिट रक्त हमजा को दे चुके हंै. उन्होंने लोगों से गुजारिश की है कि हमजा को अपना खून देकर उसके जिंदगी के चंद लम्हों को बढ़ाने के इच्छुक व्यक्ति 9308199644 मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.