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विद्यार्थियों की परेशानी दूर करेंगे

हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा की पहली संवादात्मक बैठक शुक्रवार को विवेकानंद सभागार में हुई. बैठक में शिक्षा मंत्री नीरा यादव, उच्च शिक्षा निदेशक बालेंदु भूषण आनंद मूर्ति एवं उच्च शिक्षा सचिव अजय कुमार भी शामिल हुए. नीरा यादव ने कहा कि विभाग में आये दिन उच्च शिक्षा के मामले में शिक्षकों […]

हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा की पहली संवादात्मक बैठक शुक्रवार को विवेकानंद सभागार में हुई. बैठक में शिक्षा मंत्री नीरा यादव, उच्च शिक्षा निदेशक बालेंदु भूषण आनंद मूर्ति एवं उच्च शिक्षा सचिव अजय कुमार भी शामिल हुए.
नीरा यादव ने कहा कि विभाग में आये दिन उच्च शिक्षा के मामले में शिक्षकों और विद्यार्थियों से शिकायतें आती रहती थीं.विनोबाभावे से संवादात्मक बैठक की शुरुआत की गयी है. ऐसी बैठकें राज्य भर के सभी विश्वविद्यालयों में आयोजित की जायेगी. जमीनी स्तर पर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की परेशानियों को समझा जा रहा है. इन्होंने विद्यार्थियों की शिकायत पर कहा कि सीबीसीएस सिस्टम एक साथ सभी विश्वविद्यालयों में शुरू होना चाहिए था.
उच्च शिक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालयों में ग्रास इनरॉलमेंट रेश्यो (जीइआर) कम है. राष्ट्रीय स्तर पर इसका औसत 22 है, जबकि झारखंड में 12-13 है. विश्वविद्यालयों को अपनी जीइआर बढ़ानी होगी. इन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा में सुधार के लिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार तत्पर है. राज्य सरकार से विभावि को 1200 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि रूसा के तहत केंद्र से 20 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं.
विद्यार्थियों ने अपनी परेशानी रखी: विभावि अंतर्गत सभी कॉलेजों से संवाददात्मक बैठक में पांच-पांच विद्यार्थी शामिल हुए थे. रौशन कुमार गिरिडीह कॉलेज, उदय कुमार मेहता पीजी, पंकज मेहता पीजी, बरसा कुमारी बीएसके कॉलेज मैथन, विकास कुमार रामगढ़ कॉलेज ने सीबीसीएस सिस्टम के विरोध में अपनी बात रखी, जबकि केबी महिला कॉलेज के छात्राओं ने सीबीसीएस सिस्टम के पक्ष में अपनी बातें रखी. विद्यार्थियों ने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी, प्रयोगशाला की कमी, आधारभूत संरचना की कमी की बात भी शिक्षा मंत्री के समक्ष रखी.
रामगढ़ कॉलेज के विद्यार्थियों ने कहा कि कॉलेज में रसायनशास्त्र के मात्र एक शिक्षक हैं, जो सभी विषयों को पढ़ाते हैं. पंकज मेहता ने कहा कि विभावि में लगभग तीन लाख विद्यार्थी हैं, जबकि सात सौ शिक्षक है. लॉ कॉलेज के विद्यार्थी ने कहा कि विभावि वर्तमान समय में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कर रही है. इसकी नियुक्ति पहले क्यों नहीं की गयी.
सभी पदाधिकारियों को बाहर निकाला : संवाददात्मक बैठक में विद्यार्थी खुल कर अपनी बातों को रख सके, इसे लेकर सभी पदाधिकारियों को बाहर जाने को कहा गया.

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