इचाक : जनप्रतिनिधियों के साथ भेदभाव और विकास योजनाओं में गुणवता से कोई समझौता नहीं होगा. पदाधिकारियों, कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी. ये बातें प्रमुख सरिता देवी ने शुक्रवार को मीडिया से कहीं. कहा कि बीडीओ और बीपीओ दलित महिला प्रमुख से भेदभाव कर रहे हैं. इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा. विकास योजनाओं को लेकर चार मार्च को हुई समीक्षा बैठक में प्रमुख और उपप्रमुख को नहीं बुलाना इस बात का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि बीपीओ ममता सिंह आठ साल से एक ही जगह जमी हैं और अपने हिसाब से मनरेगा योजना का संचालन करती हैं. विकास योजानाओं में लूट के चलते गुणवत्ता से समझौता हो रहा है.
उपप्रमुख चंद्रदेव मेहता ने आरोप लगाया कि प्रखंड और अंचल से योजना संबंधी जानकारी नहीं दी जाती. सरकारी आदेश के बावजूद पदाधिकारी मुख्यालय में नहीं रहते.
बीडीओ की सफाई : बीडीओ रामगोपाल पांडेय ने कहा कि मनरेगा से जुड़ी योजानाओं को गति देने को लेकर प्रत्येक शुक्रवार को समीक्षा बैठक कराने का निर्देश जिला से प्राप्त है. इसमें मुखिया, पंचायत सेवक और रोजगार सेवक को बुलाया जाता है.