वह कई नक्सली घटनाओं में शामिल था. कर्मपाल से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में उसने बताया कि पढ़ाई करने के बाद छह-सात माह माओवादी संगठन में काम किया. इसके बाद टीपीसी के धमकी से इस संगठन में शामिल हो गया. तब से टीपीसी में काम कर रहा था. फिलहाल वह कुंदा, मनातू, सीमांत क्षेत्र में सक्रिय था. बीड़ी पत्ता लदा ट्रक में आग लगाने की घटना में कर्मपाल शामिल था. उन्होंने बताया कि 2017 के अंत तक चतरा को नक्सल मुक्त बनाया जायेगा. कर्मपाल जैसे टीपीसी के जोनल कमांडर स्तर का पहली बार नक्सली गिरफ्तार हुआ है.
इसके पूर्व भी कई टीपीसी नक्सली गिरफ्तार किये गये हैं. भारी मात्रा में हथियार व पैसा भी बरामद किया गया है. एक-एक कर जिले में सक्रिय सभी नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा. इसको लेकर लगातार छापामारी अभियान चलाया जायेगा.