Jharkhand News: गुमला में उर्वरकों में मिलावट एवं कालाबाजारी का मामला प्रकाश में आने के बाद जिला कृषि कार्यालय अब जिले के सभी प्रखंडों में उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों और उर्वरकों की जांच करा रहा है. उर्वरक प्रतिष्ठानों और उर्वरकों के जांच के लिए एक जांच दल का गठन किया गया है. जांच दल में भूमि संरक्षण पदाधिकारी सह अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शिवपूजन राम, जिला कृषि कार्यालय के सहायक रंजीत शर्मा, जयशंकर महतो, शीतल सुधांशु मिंज, एनएफएसएम गुमला के तकनीकी सहायक अजीत कुमार, आत्मा के उप परियोजना निदेशक मोहित सिंह एवं राष्ट्रीय बागवानी मिशन गुमला के तकनीकी सहायक विश्वदीपक सिंह शामिल हैं. गुमला के सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड तकनीकी प्रबंधकों को भी अपने संबंधित प्रखंड में जांच के लिए नियुक्त किया गया है.
जांच के लिए सात सदस्यीय दल का गठन
डीएओ अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि गुमला में उर्वरकों में मिलावट एवं कालाबाजारी का मामला प्रकाश में आने के बाद कृषि विभाग किसानों को ठगी से बचाने के लिए मुहिम के तौर पर काम कर रहा है. मिलावटी उर्वरक अथवा नकली बीज के कारण किसानों का कृषि कार्य प्रभावित होता है. सबसे बड़ी चीज कि इससे किसान आर्थिक रूप से मार खा जाते हैं. डीएओ ने कहा कि यदि गुमला में मिलावटी उर्वरकों की बिक्री और कालाबाजारी हो रही है तो आशंका है कि जिले के अन्य खाद-बीज दुकानों में भी यह गोरखधंधा चल रहा हो. इसलिए जिले के सभी प्रखंडों के खाद-बीज दुकानों एवं उर्वरकों की जांच करायी जा रही है. जांच करने के लिए जिला स्तर पर सात सदस्यीय दल का गठन किया गया है. इसके अतिरिक्त सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड तकनीकी प्रबंधकों को भी जांच कार्य में लगाया गया है. सभी पदाधिकारियों को उर्वरक विक्रेताओं की जांच करने के साथ ही खाद एवं बीज का नमूना संग्रह करने का निर्देश दिया गया है. विशेषकर नवरत्न, पारस एवं इफको कंपनी के डीएपी व एनपीके का नमूना संग्रह करने का निर्देश दिया गया है.
खाद-बीज की 200 दुकानों की होगी जांच
डीएओ ने बताया कि जिलेभर में लगभग 200 छोटे-बड़े अनुज्ञप्तिधारी खाद-बीज दुकान संचालित हैं. सभी दुकानों की गहनता से जांच की जा रही है. नकली बीज और मिलावटी उर्वरक बिक्री करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. डीएओ ने किसानों से अपील की है कि यदि किसी को नकली बीज अथवा मिलावटी उर्वरक दिया जाता है तो इसकी लिखित शिकायत करें. शिकायत के आलोक में जांच कर संबंधित दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला