Advertisement
14 दिन बाद जमीन खोद कर निकाला गया गंदूर का शव, आरोपी गिरफ्तार
हत्या कर शव को नदी के किनारे गाड़ा गया था गंदूर की हत्या कर पहले उसके शव को कुआं में डाला गया था पालकोट(गुमला) : पालकोट थाना की पुलिस ने 14 दिन बाद सतखारी गांव के गंदूर तिर्की के शव को तोरपा नदी के किनारे से बरामद किया. शव गाड़ा हुआ था. पुलिस ने गड्ढा […]
हत्या कर शव को नदी के किनारे गाड़ा गया था गंदूर की हत्या कर पहले उसके शव को कुआं में डाला गया था
पालकोट(गुमला) : पालकोट थाना की पुलिस ने 14 दिन बाद सतखारी गांव के गंदूर तिर्की के शव को तोरपा नदी के किनारे से बरामद किया. शव गाड़ा हुआ था. पुलिस ने गड्ढा खोद कर शव निकाला और पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया. 14 दिन पहले गंदूर तिर्की की हत्या कर उसके शव को गाड़ दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने हत्या के नामजद आरोपी गंदूर उरांव को गिरफ्तार किया है. मृतक की पत्नी फुलमनी देवी ने गंदूर उरांव पर केस दर्ज कराया था. फुलमनी के अनुसार, गंदूर की हत्या कर पहले उसके शव को कुएं में डाला गया था.
बाद में गांव में पंचायत की बैठक होने के बाद शव को कुएं से निकाल कर नदी के किनारे गाड़ दिया गया था. शुरू में मामले को रफा -दफा करने का प्रयास किया गया था, लेकिन बाद में मंगलवार को परिजन पालकोट थाना पहुंचे और गंदूर तिर्की की हत्या का केस दर्ज कराते हुए गंदूर उरांव को आरोपी बनाया गया है.
एसडीपीअो को दी गंदूर की हत्या की जानकारी : बुधवार को जब एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर शव बरामद करने गांव पहुंचे, तो गंदूर तिर्की के रहस्य की जानकारी दी गयी. बताया गया कि गंदूर की बेटी का प्रेम -प्रसंग गांव के ही रोहित टोप्पो के साथ था. लड़की को आठ माह का गर्भ था. इसे रोहित व उसकी मां ने जबरन पालकोट अस्पताल में लाकर गर्भपात करा दिया. इसकी जानकारी जब गंदूर तिर्की को हुई, तो उसने रोहित को खरीखोटी सुनायी. दोनों में लड़ाई भी हुई थी. उस समय रोहित ने कहा था कि तुम्हारी हत्या कर देंगे.
परिजनों के अनुसार, उसी मामले को लेकर रोहित ने ही गंदूर तिर्की की हत्या की है. गंदूर तिर्की का शव मिलने के बाद परिजनों को कुछ समझ नहीं आया, तो उन लोगों ने गंदूर उरांव के नाम से केस कर दिया था. इधर, गंदूर उरांव ने कहा कि मैंने गंदूर तिर्की की हत्या नहीं की है. मैं वृद्ध उसे कैसे मार कर कुआं में डाल सकता हूं. मेरे खिलाफ जान कर केस किया गया. मुझे पंचायत द्वारा दबाव बनाया गया कि गंदूर तिर्की की हत्या के हर्जाना के रूप में तीन लाख देना होगा. पैसा नहीं देने पर गंदूर की खेत में खेतीबारी कर उसकी फसल मृतक के परिजनों को देना है. जब गंदूर ने हर्जाना देने आैर खेती करने से मना किया, तो उस पर केस कर दिया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement