17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

राजमुनी का होगा नामांकन

प्रयास. कुराग के गरीब बच्चे गुमला व रांची के स्कूलों में पढ़ेंगे कुराग गांव के नौ वर्षीय कार्तिक उरांव भूख मिटाने के लिए कटहल पेड़ पर चढ़ा था. गिरने से उसकी मौत हो गयी थी. उसके दो भाई बहन किसी प्रकार गरीबी में जी रहे हैं. पिता पलायन से लौटा, तो बीमार हो गया. मां […]

प्रयास. कुराग के गरीब बच्चे गुमला व रांची के स्कूलों में पढ़ेंगे

कुराग गांव के नौ वर्षीय कार्तिक उरांव भूख मिटाने के लिए कटहल पेड़ पर चढ़ा था. गिरने से उसकी मौत हो गयी थी. उसके दो भाई बहन किसी प्रकार गरीबी में जी रहे हैं. पिता पलायन से लौटा, तो बीमार हो गया. मां भाग गयी. प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया पूर्व शिक्षा मंत्री भी गांव पहुंच कर दर्द जाना. अब गांव की दुर्दशा सुधारने की पहल चल रही है.

गुमला/घाघरा : घाघरा प्रखंड के कुराग गांव में निवास करने वाले गरीब बच्चे गुमला व रांची के स्कूलों में पढ़ेंगे. बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. गांव के दिन भी बदलेंगे. गांव की मूलभूत समस्याओं को भी दूर किया जायेगा. गत दिनों भूख मिटाने कटहल पेड़ पर चढ़ा कार्तिक उरांव (9) की गिरने से मौत हो गयी थी.

उसके दो भाई बहन अभी भी गरीबी में जी रहे हैं. दोनों बच्चों की स्थिति को देखते हुए बड़ी बहन राजमुनी कुमारी काे घाघरा कस्तूरबा स्कूल व भाई राजवीर उरांव का रांची के स्कूल में नामांकन कराया जायेगा. ज्ञात हो कि 17 मार्च को प्रभात खबर ने कार्तिक की मौत की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है.

समाचार छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया. बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग ने कार्तिक के पिता चरवा उरांव को एक बोरा चावल दिया. चरवा का राशन कार्ड नहीं है. बीडीओ ने डीलर जगत नारायण को चरवा के नाम से राशन कार्ड बना कर देने के लिए कहा. इधर, पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की भी शुक्रवार को गांव पहुंचे. गांव के लोगों का दुख दर्द सुना. गांव के हालात को देखा. बंधु के साथ झाविमो के केंद्रीय महासचिव सुनील साहू, वरिष्ठ नेता सुनील केरकेट्टा, संयोजक सुजीत नंदा, तुलसी यादव, सुनील भगत सहित कई लोग थे. बंधु तिर्की ने ग्रामीणों के साथ बैठक भी की. लोगों ने गांव की समस्याएं गिनाते हुए दूर करने की मांग की है.

दूषित पानी पीते हैं, गांव में स्वास्थ्य केंद्र नहीं

गांव के शनिराम उरांव, तितरू उरांव, मारवाड़ी उरांव, बंधनू उरांव, शनि उरांव, राजू उरांव, परदेशिया उरांव, पादा उरांव, संजय उरांव ने कहा कि गांव में एक चापानल है. गरमी में खराब हो जाता है. ग्रामीण नदी का पानी पीते हैं. गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं है. मजबूरन घाघरा इलाज के लिए जाना पड़ता है. यह पुराना हरिजन कॉलोनी है, जहां लोग टूटे घरों में रहते हैं. प्रशासनिक अधिकारी तो दूर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी नहीं आते.

राजमुनी का नामांकन होगा : डीएसइ

पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की ने डीएसई सच्चिदानंद द्विवेंदु तिग्गा को फोन कर राजमुनी का कस्तूरबा स्कूल में नामांकन कराने के लिए कहा. इसपर डीएसई ने कहा कि घाघरा के कस्तूरबा स्कूल में राजमुनी का इस सत्र में नामांकन कराया जायेगा, जिससे उसे शिक्षा के साथ हर प्रकार की सुविधा मिल सके.

चरवा गांव लौटा पड़ गया बीमार

पिता चरवा उरांव गरीबी के कारण ईट भट्ठा कमाने गया था. बेटे कार्तिक की मौत की खबर पर बुधवार को चरवा गांव लौटा. बेटे का अंतिम संस्कार किया. इसके बाद वह बीमार हो गया. दो दिन से वह बिस्तर पर पड़ा हुआ है. जब बंधु तिर्की गांव पहुंचे, तो चरवा के घर गये. बीमार देख चरवा को 2500 रुपये दिये. वहीं टेंपो की व्यवस्था कर उसे अस्पताल में भरती कराया.

सरकार और प्रशासन लापरवाह : बंधु तिर्की

पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा : यह भाजपा की सरकार है, जहां गरीबों को काम नहीं मिल रहा है. पलायन कर रहे हैं. कई बच्चों को तीन समय खाना नसीब नहीं है. सरकार के साथ स्थानीय प्रशासन की भी लापरवाही है. अगर अधिकारी सजग रहते, तो एमडीएम स्कूलों में बंद नहीं होता.

नजर नहीं आ रहे हैं विधायक जी

बिशुनपुर विस में घाघरा प्रखंड पड़ता है. इसके विधायक चमरा लिंडा हैं. ग्रामीणों का कहना है, विधायक जी कहां हैं, नजर नहीं आ रहे हैं. यहां हम गरीबी में पलायन कर रहे हैं, लेकिन विधायक रांची में आराम फरमा रहे हैं. जनता के दुख तकलीफ से विधायक को कोई सरोकार नहीं है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें