प्रतिनिधि, गुमला तीन साल पहले दिल्ली में बेची गयी तीन लड़कियों में से एक लड़की भाग कर वापस आ गयी है. वह अभी अपने घर पर है. परंतु दो लड़कियों का अभी तक सुराग नहीं मिला है. सीडब्ल्यूसी गुमला तीनों लड़कियों को खोज रही है. दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया गया है. परंतु दिल्ली पुलिस को भी लड़कियां अभी तक नहीं मिली है.
जानकारी के अनुसार वर्ष 2011 के सितंबर माह में पालकोट प्रखंड की तीन लड़कियों को बंगरू गांव की एक महिला दलाल ने दिल्ली में बेच दिया था. इसमें गिरजा टंगराटोली की माला कुमारी, खड़पानी लोटवा की मुनी कुमारी व शिमला कुमारी (तीनों का बदला हुआ नाम) शामिल थी. इसमें माला किसी प्रकार दिल्ली से भाग गयी. माला ने सीडब्ल्यूसी को दिये बयान में कहा है कि दिल्ली में तीनों लड़कियों को अलग-अलग स्थानों पर बेचा गया था.
मुनी व शिमला कहां है, उसे पता नहीं है. माला ने यह भी बताया कि दिल्ली में जहां उसे बेचा गया था. वहां उसे प्रताडि़त किया जाता था. सीडब्ल्यूसी के सदस्य अलख नारायण सिंह ने कहा कि दिल्ली में फंसी दो लड़कियों की खोजबीन की जा रही है. बंगरू गांव की जो दलाल है, उसका भी कुछ पता नहीं चल रहा है. इस मामले में सस्पेंस है. हो सकता है कि दिल्ली से भाग कर लौटी माला भी इस गिरोह में हो. क्योंकि जब वह भाग कर आयी तो अपनी सहेलियों के बारे में तो कुछ जानती होगी. पर वह सही जानकारी नहीं दे रही है. इसकी जांच की जा रही है.