13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

:::4::: कब्र पूजा आज, होगी प्रार्थना

गुमला धर्मप्रांत के सभी 37 पल्लियों में कब्र पूजा होगीईसाई मिशनरियों ने 700 कब्र की साफ-सफाई कीप्रतिनिधि, गुमलाईसाई मिशनरी रविवार को कब्र पूजा मनायेंगे और मुदार्े के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे. गुमला धर्मप्रांत के सभी 37 पल्लियों में स्थित 700 कब्र पर पूजा पाठ होगी. बीते 15 दिनों से कब्र पूजा की तैयारी चल रही […]

गुमला धर्मप्रांत के सभी 37 पल्लियों में कब्र पूजा होगीईसाई मिशनरियों ने 700 कब्र की साफ-सफाई कीप्रतिनिधि, गुमलाईसाई मिशनरी रविवार को कब्र पूजा मनायेंगे और मुदार्े के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे. गुमला धर्मप्रांत के सभी 37 पल्लियों में स्थित 700 कब्र पर पूजा पाठ होगी. बीते 15 दिनों से कब्र पूजा की तैयारी चल रही थी, जो शनिवार को पूरी हो गयी. रविवार (दो नवंबर) को कब्र को फूल माला व मोमबत्ती से सजाया जायेगा. कब्र पूजा पर डीन फादर सामुवेल कुजूर ने बताया कि जीवन व मरण एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. ख्रीस्त विश्वास की मान्यता के अनुसार जो मनुष्य मरता है, उसका दोबारा जन्म होता है. मरना जीवन का अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है. मनुष्य का संबंध मृत आत्माओं से है, क्योंकि जो मरे हैं, वे हमारे अपने हैं. आज हम मृत आत्माओं के लिए प्रार्थना करें. अपने जीवन काल में पूर्वजों ने जो पाप व बुराई किया और ईश्वर से माफी नहीं मांगी. हम इसके लिए माफी मांगे. साथ ही अपने अंदर की छुपी बुराई व शैतान को मारें.प्रथम बिशप के कब्र में होगी पूजागुमला धर्मप्रांत के प्रथम बिशप माइकल मिंज (स्वर्गीय) के कब्र में आज विशेष पूजा होगी. उनके लिए भी प्रार्थना की जायेगी. माइकल मिंज का कब्र संत पात्रिक महागिरजाघर के अंदर बनाया गया है. यहां आस्था से मोमबती जलायी जायेगी. इसके अलावा सभी कब्र में पुरोहितों द्वारा पूजा पाठ कराया जायेगा. संत पात्रिक चर्च में फादर सामुवेल की अगुवाई में पूजा होगी.700 कब्र पर होगी पूजागुमला धर्मप्रांत में 37 पल्ली हैं. इसके अंतर्गत 350 छोटे-छोटे चर्च हैं. इन चचार्ें में 700 कब्र है. जहां हर दो नवंबर को कब्र पूजा मनायी जाती है. इसमें मृत आत्माओं के लिए विशेष प्रार्थना होगी.गुमला धर्मप्रांत के पल्ली के नामगुमला, सोसो, टुकूटोली, रामपुर, दलमदी, तुरबुंगा, अघरमा, कोनबीर नवाटोली, केमताटोली, ममरला, केउंदटोली, छत्तापहाड़, रोशनपुर, लौवाकेरा, सुंदरपुर, देवगांव, करौंदाबेड़ा, मांझाटोली, जोकारी, मुरुमकेला, टोंगो, बारडीह, चैनपुर, मालम नवाटोली, नवाडीह, कटकाही, केडेंग, परसा, भिखमपुर, रजावल, कपोडीह, डुमरपाट, डोकापाट, बनारी, विमरला व नवडीहा है.कब्र पर्व पर विश्वासकब्र पवित्र स्थल होता है. मरने के बाद कोई भेदभाव नहीं रहता है. जो मर गये, वे कब्र मेें शांत मुद्रा में रहते हैं. जबतक मनुष्य जिंदा है, वह बुराई व अच्छाई दोनों प्रकार के कार्य करता है. अगर ईश्वर से प्रार्थना करें, तो हमारे पाप दूर होता है.कब्र में 3:30 बजे पूजा होगासंत पात्रिक स्थित कब्रिस्तान में दिन के 3.30 बजे कब्र पूजा होगी. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है. विकर जनरल फादर सीप्रियन कुल्लू की अगुवाई में कब्र में पूजा होगी. इसके अलावा सभी कब्र में पूजा का आयोजन किया गया है. इससे पहले सुबह 5.30 बजे चर्च में फादर सामुवेल कुजूर मिस्सा पूजा करायेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें