गुमला : गुमला से पांच किमी दूर वृंदा पंचायत के नायकटोली गांव में रविवार की रात 10 बजे अपराधियों ने जलछाजन समिति के सचिव सह समाजसेवी शनिचरवा उरांव (58 वर्ष) की हत्या कर दी.
अपराधियों ने घर से खींच कर उन्हें पीटा. भयवश कोई ग्रामीण उन्हें बचाने नहीं आया. अपराधियों ने शनिचरवा की बेटी सालो कुमारी का अगवा करने का प्रयास किया. मौका देख वह दूसरे के घर में छिप गयी. इसी दौरान अपराधियों ने जेसीबी के चालकों को भी पीटा. घटना के पीछे रंगदारी का मामला बताया जा रहा है. अपराधियों ने पहले भी सचिव को धमकी दी थी. वहीं जलछाजन के तहत तालाब खोदने व भूमि समतलीकरण करा रहे जेसीबी गाड़ी के मालिक को भी फोन कर रंगदारी की मांग कर चुके हैं.
घर से ढूढ कर निकाला और मार डाला : मृतक की पत्नी रूपन उरांव ने बताया कि रविवार की रात 7.30 बजे अपराधी बसंत गोप व संदीप उरांव उनके घर आये थे. वे लोग शनिचरवा को खोज रहे थे. शनिचरवा नहीं मिला तो वे चले गये. लेकिन आधे घंटे बाद वे फिर आये. शनिचरवा को घर पर नहीं देख कर वे लोग उनकी बेटी सालो कुमारी को अपने साथ ले जाना चाह रहे थे. मौका देख सालो दूसरे के घर में जाकर छिप गयी. परिवार के सदस्यों ने शनिचरवा को फोन कर छुपे रहने को कहा. शनिचरवा पुराने घर में जाकर सो गया था. अपराधी वहां भी पहुंच गये और उसे मारते-पीटते गांव में लाये और हत्या कर दी. पंचायत भवन में ठहरे जेसीबी के चालक महेश यादव, विजेंद्र यादव, खलासी मंटू सिंह व मनोज उरांव थे. अपराधियों ने उन लोगों को भी धमकी दी. अपराधी करीब चार घंटे तक गांव में रहे और उत्पात मचाते रहे.