गुमला : प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आयोजित 11 दिवसीय योग तपस्या कार्यक्रम का समापन सोमवार को हुआ. कार्यक्रम के पहले दिन केंद्र के भाई-बहनों को सामूहिक रूप से राजयोग मेडिटेशन द्वारा गहन शांति की अनुभूति करायी गयी. कार्यक्रम में एक हवन कुंड बनाया गया था. जिसमें बुराइयों की आहूति देकर श्रेष्ठ मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया. केंद्र की संचालिका शांति बहन ने बताया कि स्वयं में सकारात्मक ऊर्जा तथा सदगुणों को भरने का साधन राजयोग मेडिटेशन है.
योग परमात्मा और आत्मा के बीच संबंध जोड़ने तथा आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देता है. वर्तमान संसार में समस्याएं बढ़ रही है. तनाव, भय, चिड़चिड़ापन, अकेलापन के कारण हमारी नकारात्मक दृष्टिकोण ही है. इसमें परिवर्तन लाने की जरूरत है. इसके लिए प्रतिदिन कम से कम दो मिनट शुभ संकल्प करें. कार्यक्रम में सभी लोगों को गुलदस्ता देकर व माथे पर तिलक लगा कर अभिनंदन किया गया. इस अवसर पर बहन रजनी, कंचन, बबीता, आशा, नीलम, कुसुम, शीला, नीता, भाई मनोज, रंजीत, शिव, सुधीर, मंगल, पवन अग्रवाल, सहदेव महतो, प्रोफेसर सुरेंद्र प्रसाद उपस्थित थे.