प्रभात परिचर्चा. जीएसटी पर शहर के व्यवसासियों ने रखी अपनी राय, कहा
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आम लोगों को फायदा, विकास दर बढ़ेगा
प्रभात परिचर्चा. जीएसटी पर शहर के व्यवसासियों ने रखी अपनी राय, कहा गोड्डा : पूरे देश में जुलाई माह से लागू होने वाले जीएसटी(गुडस एंड सर्विस टैक्स) पर रविवार को प्रभात खबर कार्यालय में प्रभात परिचर्चा आयोजित की गयी. शहर के व्यापारी वर्ग ने इसे आम लोगों के लिए फायदेमंद बताया. कहा कि इससे देश […]
गोड्डा : पूरे देश में जुलाई माह से लागू होने वाले जीएसटी(गुडस एंड सर्विस टैक्स) पर रविवार को प्रभात खबर कार्यालय में प्रभात परिचर्चा आयोजित की गयी. शहर के व्यापारी वर्ग ने इसे आम लोगों के लिए फायदेमंद बताया. कहा कि इससे देश की अर्थ व्यवस्था सुदृढ़ होगी. अधिकांश व्यापारी वर्ग के लोगों में भी अब भी जीएसटी क्या है, इसके प्रावधानों को जानकारी ठीक से नहीं है. जागरुकता की घोर कमी है. थोक व खुदरा व्यवसायियों के बीच जीएसटी को लेकर चिंता जाहिर की. जीएसटी के कुछ प्रावधानों पर चेंबर्स आॅफ काॅमर्स के सदस्यों ने चिंता जाहिर की है.
क्या कहते हैं कारोबारी
”एक ही प्रकार का टैक्स पूरे देश में लागू किया जाना है. इससे आनेवाले समय में व्यापारी वर्ग को इस टैक्स का खासा असर होगा. जाहिर है कि इसका बोझ आम लोगों को भी उठाना होगा. कच्चे माल के खरीदारी पर भी इसका व्यापक असर होने वाला है.चुकी कच्चा माल को लेकर कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में व्यापारी वर्गों को थोक खरीदारी के समय ही टैक्स आदि का भुगतान करना होगा.
-मुकेश भगत, थोक व्यवसायी
”पूरे राज्य में इसको लेकर जागरुकता की कमी है. जागरूक होने पर ही जीएसटी के आवश्यक पहलुओं से अवगत कराया जा सकता है. व्यापारी के साथ साथ पदाधिकारी भी नये कानून के प्रावधानों से वंचित है. यह कानून व्यापारियों के हित में नहीं है. इससे आय में कमी आयेगी. व्यापारियों का पूंजी का एक भाग सरकार पहले ही टैक्स के रूप मे रख लेगी. ऐसे में व्यापारी खुद इस कानून के आने के बाद से असूरक्षित महसूस करने लगे है.
-प्रीतम गाड़िया,सदस्य, चेंम्बर ऑफ कॉमर्स
”यह व्यापारियों को परेशान करने वाला कानून है. इस नये कानून का स्वागत करते है लेकिन जो जरूरी जानकारी है. वह कम से कम मिलना चाहिए. इस कानून के तहत कुल 41 रिटर्न भरे जाने है. जो बिल्कुल ही टेढ़ी खीर है साथ ही व्यापारी वर्ग के लिये यह किसी भी सूरत में प्रैक्टिकल भी नहीं है. कुल मिलाकर व्यापारी वर्ग व आम लोगों के हित मे नहीं है. सरकार जितने भी नये प्रावधान कर रही है उसका खामियाजा व्यावसायी वर्ग पर निश्चित रूप से पड़ा है. कैशलेस में भी नये पॉश मशीन पर एक प्रतिशत तक की राशि काटी जा रही है.
-महेश बजाज, कपड़ा व्यवसायी
”जीएसटी में किये गये शुरुआती प्रावधान को लेकर शंका बरकरार है. यह कानून व्यवसायियों के हित में होना चाहिए. कम परेशानी व किफायती होने से उपभोक्ता वर्ग भी लाभांवित होंगे. जानकारी के लिये सभी जगह सेमिनार आदि का आयोजन कर आम लोगों को भी इसका लाभ दिया जाना चाहिए. नये कानून के आने से व्यवसायी वर्ग में इसको लेकर खासा चिंता है.
-ललित बजाज, किराना दुकानदार
जीएसटी के प्रमुख फायदे
जीएसटी लागू होने पर सबसे ज्यादा फायदा आम आदमी को है. क्योंकि तब चीजें पूरे देश में एक ही रेट पर मिलेंगी, चाहे किसी भी राज्य से खरीदें. रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं जैसे कि मोबाइल हैंडसेट, कार, सिगरेट, शराब, आदि गुड्स में शामिल हैं तो गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स लागू होने के बाद इनके दामों में बड़ा बदलाव हो सकता है और पूरे देश में एक समान दरें लागू होंगी. टैक्स चोरी रुक जायेगी. इसका सीधा असर देश की जीडीपी पर पड़ेगा.
ठाकुरगंगटी में 30 घंटे से ब्लैकआउट
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