गोड्डा : सदर प्रखंड के अमलों पंचायत के आम लोग जनसेवक सह पंचायत सचिव के कारण त्रहिमाम की स्थिति में हैं. आम लोगों की लिखित शिकायत के साथ-साथ वार्ड पार्षद व कार्यकारणी द्वारा लिखित शिकायत के बाद मुखिया द्वारा डीसी व डीडीसी को आठ माह से लगातार पत्र देकर पंचायत सचिव को हटाने की मांग की जा रही है.
क्या है मामला
पंचायत सचिव समेंद्र बेसरा के कारण पंचायत का विकास कार्य रुका है. इंदिरा आवास के साथ मनरेगा व निर्मल भारत अभियान के तहत होने वाले शौचालय का एक भी काम नहीं हो पाया है. यहां तक कि करीब छह माह से 13 वें वित्त आयोग की राशि 4 लाख रुपये जस की तस पड़ी है. पंचायत में ठप पड़े काम के साथ जाति, निवास, आय, वृद्धावस्था पेंशन वितरण आदि भी पूरी तरह से ठप है.
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
आम लोगों के साथ सभी वार्ड सदस्यों की शिकायत पर मुखिया रीना सत्यार्थी द्वारा पंचायत सचिव को हटाये जाने को लेक र पंचायत कार्यकारिणी बैठक में प्रस्ताव लिया गया. तमाम कागजातों के साथ डीसी व डीपीआरओ तथा डीडीसी को पत्र दिया गया.
आरोप है कि पंचायत सेवक समेंद्र बेसरा छह माह से पंचायत नहीं जाता है. किसी बेठक में भी शामिल नहीं होता है. जिला परिषद अध्यक्ष द्वारा गत दिनों जनसेवक की बैठक में भी समेंद्र नहीं पहुंचे. पंचायत में इस बात की भी धमकी देते फिरता है कि उसकी पहुंच काफी लंबी है, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. पंचायत सेवक गोड्डा के अपने निजी आवास में रह रहा है.
‘‘ऐसा नहीं है काम कर रहे हैं’’
– समेंद्र बेसरा, पंचायत सचिव