डुमरी : डुमरी प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित उत्तराखंड क्षेत्र में रविवार को लगातार दूसरे दिन जंगली हाथियों का तांडव जारी रहा. जंगली हाथियों के झुंड ने बीती रात तीन गांव में एक स्कूल भवन समेत पांच घरों को क्षतिग्रस्त कर कई क्विंटल अनाज खा लिया. घर के कई सामानों को नष्ट कर दिया.
हाथियों के भय से क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में है. कई गांवों में लोग रात को घरों में सो नहीं रहे हैं. गांव में हाथियों के पहुंचने पर मशाल जला कर अपने गांव से बाहर खदेड़ रहे हैं. रविवार की रात हाथियों का झुंड दो ग्रुप में बंट गया है और सोमवार को क्षेत्र के दो अलग-अलग पहाड़ में हाथियों का झुंड डेरा डाले हुए है.
सोमवार को वन विभाग का कोई अधिकारी व कर्मचारी प्रभावित परिवार से मिलने गांव नहीं पहुंचा था. बताया जाता है कि हाथियों का झुंड कल देर शाम करीब 8 बजे जरीडीह पंचायत के केंदुआबेड़ा टोला पहुंचा. हाथियों के झुंड ने बाबू मांझी के घर को चारों तरफ से घेर कर क्षतिग्रस्त करना शुरू किया. घर के टूटने व हाथियों के चिघाड़ने की आवाज सुनकर घर के सदस्यों ने अंदर ही मशाल जला कर शोर मचाना शुरू किया.
कुछ देर में आसपास के दर्जनों ग्रामीण मशाल लेकर वहां पहुंचे और हाथियों को खदेड़ना शुरू किया. इस दौरान हाथियों ने घर में रखे डेढ़ क्विंटल चावल व एक क्विंटल धान खा लिया. यहां से दो हाथियों का झुंड उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय नीचेटोला राजाभिठा पहुंचा. स्कूल के दो भवन के सात खिड़कियों को तोड़ कर पोषाहार का एक क्विंटल चावल खा लिया.
यहीं पर हाथियों ने रूकमणि देवी के घर में रखा करीब 8 क्विंटल धान खा लिया. यहां से हाथियों का झुंड जीतकुंडी पंचायत के पांझाटांड़ पहुंचा और करमा हांसदा का निर्माणाधीन इंदिरा आवास को क्षतिग्रस्त कर 50 किलो धान खा लिया. इसके बाद हाथियों का झुंड खुरडीह पहुंच कर दो घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया.
कालीराम हांसदा के घर से साढ़े तीन क्विंटल चावल, साढ़े बारह क्विंटल धान, डेढ़ क्विंटल मकई, 20 किलो सरसो व 50 किलो महुआ खा लिया. महादेव हांसदा के घर से 12 क्विंटल धान, दो क्विंटल चावल,एक क्विंटल महुआ खा कर हाथियों ने घर का बरतन नष्ट कर दिया. ग्रामीणों के खदेड़ने पर हाथियों का झुंड दो भाग में बंट गया.
सोमवार को एक ग्रुप राजाभिट्ठा के समीप डोम्बी पहाड़ पर और दूसरा ग्रुप बिशुबेड़ा के समीप ताकबली पहाड़ पर था. हाथियों के उत्पात की जानकारी मिलने पर डुमरी के सीओ मनोज कुमार खुरडीह पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की.
उन्होंने खुरडीह व पांझाटांड़ के चार पीड़ित परिवार के लिए जन वितरण प्रणाली की दुकान से 15-15 किलो चावल व दो-दो लीटर केरोसिन तेल की व्यवस्था करायी.