भंडरिया प्रखंड के इंदिरा गांधी चौक से कुरुन गांव तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 17 करोड़ की लागत से सड़क बन रही है. इस सड़क के निर्माण कार्य में विभागीय अधिकारियों के गायब रहने के कारण संवेदक मेसर्स दुबे कंट्रक्शन की ओर से बरती गयी अनियमितता की पोल 48 घंटे में ही खुल गयी. पीसीसी सड़क उखड़ते देख शनिवार को ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य बंद कराया. वहीं बेहतर गुणवत्ता के साथ सड़क निर्माण की मांग करने लगे. इधर निर्माण कार्य का विरोध होता देख संवेदक ने आनन फानन में भंडरिया थाना पहुंचकर विकास कार्य में बाधा पहुंचाने संबंधी शिकायत कर दी. इस मामले में प्रशासन की ओर से ग्रामीणों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक विभागीय अधिकारी इस योजना की जांच कर गुणवत्तापूर्ण कार्य नही कराते हैं, तब तक इस योजना का निर्माण कार्य बंद रहेगा.
एक सप्ताह में उखड़ गयी थी कालीकरण सड़क
ग्रामीणों ने बताया कि इसी निर्माणाधीन सड़क में एक माह पहले भी एक सप्ताह में ही सड़क उखड़ने के बाद ग्रामीणों ने होली के समय निर्माण कार्य का विरोध किया था. लेकिन अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध ली. ग्रामीणों के अनुसार बिंदा घाटी के पास सड़क किनारे बनाये जा रहे नाली निर्माण में सिर्फ पांच की जगह 10 इंच की दीवार जोड़कर अनियमितता छुपा दी गयी. शनिवार को ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण में प्रयुक्त बालू भी ठीक नहीं है. विभागीय अधिकारियों के गायब रहने के कारण संवेदक ने मनमाने ढंग से पीसीसी सड़क का निर्माण कराया है. बताया की संवेदक ने निर्माण स्थल पर घटिया बालू गिरा रखा है. इसी बालू से पीसीसी सड़क की ढलाई कर दी गयी. यही कारण है कि सड़क 48 घंटे में ही सड़क टूटने लगी. ग्रामीणों ने कहा की जब तक सड़क निर्माण की जांच कर प्राक्कलन के अनुरूप काम नही होगा. तब तक निर्माण कार्य बंद रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है