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मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती : अर्चना वर्मा
छात्रावास की वार्डन पर प्राथमिकी दर्ज करने व हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की एसपी ने भी प्रथम दृष्टया आत्महत्या को संदेहास्पद करार दिया छात्र संगठनों ने सोनाली की संदेहास्पद मौत के खिलाफ हंगामा किया कड़ी सुरक्षा के बीच सोनाली का चिकित्सकों की टीम ने किया अंत्यपरीक्षण गढ़वा : वनांचल डेंटल कॉलेज फरठिया […]
छात्रावास की वार्डन पर प्राथमिकी दर्ज करने व हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की
एसपी ने भी प्रथम दृष्टया आत्महत्या को संदेहास्पद करार दिया
छात्र संगठनों ने सोनाली की संदेहास्पद मौत के खिलाफ हंगामा किया
कड़ी सुरक्षा के बीच सोनाली का चिकित्सकों की टीम ने किया अंत्यपरीक्षण
गढ़वा : वनांचल डेंटल कॉलेज फरठिया की बीडीएस प्रथम वर्ष की छात्रा सोनाली कुमारी की कॉलेज के छात्रावास के रूम में मिले शव की घटना ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया है़ सोनाली का शव सोमवार को उसके रूम के बिस्तर पर मिला था़
उसकी कमरे की सहेलियों की सूचना पर पुलिस के वहां पहुंचने पर वहां मिले सोनाली के सुसाइड नोट से प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का बताया गया़ किंतु विस्तर पर उसके शव की स्थिति व सोमवार की शाम छात्रा के भाई व मां के गढ़वा पहुंचने के बाद उनके द्वारा दिये गये बयान व गढ़वा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी से इस मामले में सोनाली के मौत को संदेहास्पद मानते हुए सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी गयी है़ सोमवार की शाम जब सोनाली का शव अंत्यपरीक्षण के लिए गढ़वा थाना पहुंचा था, उसी समय से इस मामले को लेकर सरगरमी तेज हो गयी थी़
विभिन्न छात्र संगठन से जुड़े नेता व राजनीतिक दल के लोगों ने इस मामले में अलग-अलग कयास लगाते हुए इस मौत को रहस्मय करार दिया था़ इस दौरान अखिल भारतीय विद्याथी परिषद एवं झारखंड छात्र मोरचा से जुड़े छात्रों ने देर रात तक मामले को लेकर काफी हंगामा किया था़ सभी का आरोप था कि सोनाली की हत्याकर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया है़ जिसे छुपाने का प्रयास किया जा रहा है़ इसके बाद पुलिस भी इसे संदिग्ध मौत मानते हुए सभी बिंदुओं पर जांच करने में जुट गयी है़
मेरी बेटी साहसी थी : अर्चना वर्मा
बेटी की हत्या की खबर सुनने के बाद गढ़वा पहुंची उसकी मां अर्चना देवी ने इस बात को मानने से इनकार किया है कि उसकी बेटी ने आत्महत्या की है़ उसने कहा कि उसकी बेटी बहुत ही साहसी और स्वाभिमानी स्वभाव की थी़ वह हर परिस्थिति में लड़ने की क्षमता रखती थी़
उन्होंने सोनाली की आत्महत्या के बजाय हत्या का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके लिए पूरी तरह से कॉलेज और छात्रावास प्रबंधन जिम्मेवार है़ इस संबंध में उसके द्वारा प्राथमिकी के लिए दिये गये आवेदन में कहा गया है कि उसने अपनी पुत्री का नामांकन वनांचल डेंटल कॉलेज में प्रथम साल बीडीएस प्रथम वर्ष में कराया था, जो छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी़ पिछले कुछ दिन पूर्व उसने छात्रावास में चल रहे रैगिंग के बारे में फोन करके बता रही थी़ जब उन्होंने इस संबंध में छात्रावास के वार्डन से बात की, तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नही है़ अर्चना ने कहा कि इसके बात वार्डन द्वारा रूम में सभी छात्राअों को धमकी दी थी कि कोई इस संबंध में अपने घरवालों को कुछ नहीं बतायेगा, अन्यथा फेल कर दिया जायेगा, इसके बाद उसकी बेटी ने शिकायत करना बंद कर दिया था़
अचनाक 13 फरवरी को देापहर में सोनाली की रूम में रहनेवाली जूही तिवारी द्वारा उसे फोन पर सूचना दी गयी कि सोनाली बहुत गंभीर में है और अस्पताल मे है आप जल्दी आ जाइये़ लेकिन बाद में गढ़वा आने के क्रम में उसके पहचानवालों ने सूचना दी गयी उसकी पुत्री की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी है और उसके शव को गढवा थाने में रखा गया है़
अर्चना में गढ़वा थाना पहुंचने के बाद इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है़ इसमें मेडिकल बोर्ड कागठन कर उसके पुत्री का अंत्यपरीक्षण करने, पूरे अंत्यपरीक्षण का बीडीयो रिकॉडिंग करने, स्वास्थ्य मंत्री को बुलाने की मांग की़ साथ ही आवेदन में छात्रावास की वार्डेन मीना सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करने, सोनाली का मोबाईल फोन और व्हाटसअप एकाउंट के डिलिट करने की जांच करने, सुसाइड नोट की फारेंसिक जांच कराने, मोटर चलानेवालों से हुई कहासुनी की जांच कराने की मांग शामिल है़
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ अंत्यपरीक्षण
सोनाली का शव गढ़वा थाना पहुंचते ही उसके आत्महत्या अथवा हत्या की खबर तेजी से चारों ओर फैल गयी थी़ इसके बाद मुख्य रूप से विद्यार्थी परिषद व झारखंड छात्र संगठन के लोग पहुंचने लगे थे़ छात्र संगठनों का आरोप था कि सोनाली ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि यह हत्या का मामला है़
इसे दबाने का प्रयास किया जा रहा है़ इसको लेकर छात्र नेता हंगामा भी कर रहे थे़ विशेष रूप से इस मामले को बल तब और मिला, जब सोनाली के भाई और माता व परिवार के लोग थाना पहुंच कर उन्होंने भी आत्महत्या की खबर को गलत बताते हुए उन्होंने हत्या का आरोप लगाया़ इसको देखते हुए प्रशासन को शव को रात में थाना में विशेष सुरक्षा व्यवस्था में रखने के साथ ही उसे गढ़वा सदर अस्पताल ले जाकर अंत्यपरीक्षण करने पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थे़ अंत्यपरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार एवं गढ़वा एसडीओ राकेश कुमार भी उपस्थित थे़ सोनाली की मां के मांग के मुताबिक प्रशासन द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का अंत्यपरीक्षण किया गया़
प्रथम दृष्टया में मामला संदेहास्पद है : एसपी
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि सोनाली की डेथ बॉडी जिस परिस्थिति में कमरे में पाया गया और प्लास्टिक से ढका हुआ उसका चेहरा संदेहास्पद है़
उसकी मां के आग्रह पर मेडिकल टीम गठित कर शव का अंत्यपरीक्षण कराया गया है़ इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा़ एसपी ने बताया कि मृतिका के भाई ने एक दिसंबर 2016 को वाट्सअप में रैगिंग से संबंधित शिकायत किये जाने का मैसेज दिखाया है, उसकी भी जांच की जा रही है़ एफआइआर में जिन लोगों का भी नाम दिया गया है, उसका अनुसंधान करने के पश्चात कार्रवाई की जायेगी़ उन्होंने बताया कि शरीर पर बाहरी तौर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है़
दोषियों को गिरफ्तार करे प्रशासन : माले
भाकपा माले, एपवा, आइसा, आरवाइए एवं आवामी इंसाफ मंच ने संयुक्त रूप से छात्रा सोनाली की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए इसके लिए डेंटल कॉलेज प्रबंधन को पूरी तरह से जिम्मेवार बताया़ जिम्मेवार बताते हुए दोषियों के गिरफ्तारी की मांग की है़ इसमें पार्टी ने कॉलेज के प्रबंधक व कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की प्रशासन से मांग की है़ उसने आरोप लगाया कि सोनाली की मौत को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है़
यदि उसके परिजनों को न्याय नहीं मिला, तो उसकी पार्टी न्याय के लिए मार्च निकालेगी़ मांग करनेवालों में कालीचरण मेहता, सुषमा मेहता, सोनू कुमार, विनय यादव, अख्तर अंसारी, वीरेंद्र चौधरी के नाम शामिल है़
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