स्थानीय आरके पब्लिक स्कूल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनायी गयी. इस मौके पर भाजपा नेताओं ने उनके चित्र पर दीप जला कर इसकी शुरुआत की. वक्ताओं ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय निर्धन परिवार से होने के बाद भी योग्यता व प्रतिभा के बल पर देश में अपनी विशेष पहचान बनायी.
भारतीय जनसंघ से जुड़ाव के बावजूद दलीय संकीर्णताओं से वे दूर रहे. वे राजनीति के अध्यात्मीकरण के पक्षधर थे. लेकिन रुढ़ीवादी नहीं थे. वक्ताओं ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पार्टी को लगातार वैचारिक दिशा दिया. समाज के अंतिम व्यक्ति को ऊपर लाने के लिए उन्होंने अंत्योदय का सूत्र दिया. अंत्योदय के बिंदू पर गांधी, लोहिया व दीनदयाल उपाध्याय एक ही जगह खड़े मिलते हैं. इस मौके पर भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय, मुकेश निरंजन सिन्हा, भोला चंद्रवंशी, वीणा पाठक, अनिता दत्त, कैलाश कश्यप, ठाकुर प्रसाद महतो, विजय केसरी, सुरेश केसरी, रमेश गुप्ता, मुकेश सोनी सहित कई लोग उपस्थित थे.जयंती की अध्यक्षता वीरेंद्रनाथ दुबे व संचालन धनंजय तिवारी ने किया.