गढ़वा : पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार झा ने गुरुवार को भंडरिया में लक ड़ी तस्करी के एक मामले में दर्ज प्राथमिकी के आलोक में संबंधित पक्षों से जानकारी प्राप्त की. अपने कार्यालय कक्ष में एसपी ने सारी स्थिति से अवगत होने के बाद भंडरिया थाना प्रभारी की भूमिका पर सवाल उठाया और उनके विरुद्ध विभागीय जांच कराने का निर्णय लिया.
समाचार के अनुसार उक्त मामले में पूछताछ के क्रम में दूसरे पक्ष के परशुराम सिंह ने एसपी को बताया कि पिछले अगस्त महीने में जब जंगल से लकड़ी की तस्करी की सूचना मिली, तो उन्होंने थाना प्रभारी को इससे अवगत कराया. लेकिन थाना प्रभारी ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बदले उन लोगों को लकड़ी छोड़ देने को कहा.
लेकिन ग्रामीणों की सूचना पर वन प्रमंडल पदाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर लकड़ी को जब्त किया और उसे बरकोल पिकेट पर पहुंचाया. उसने एसपी को बताया कि इस घटना के बाद थाना प्रभारी ने सूचना देनेवाले ग्रामीणों पर ही प्राथमिकी दर्ज कर दी. इसके पूर्व प्रथम पक्ष के लोगों ने एसपी के समक्ष दावा किया कि वे लोग परमिट के आधार पर लकड़ी ले जा रहे थे. पूछताछ के दौरान वनकर्मी एतवा मुंडा भी उपस्थित था.
एतवा मुंडा पर भी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. एसपी ने उससे भी पूछताछ की. इसके अलावा शिवव्रत सिंह, हसनैन जावेद, जितेंद्र चौबे, सूर्यमल सिंह, चंदन गुप्ता, सुरेश चौधरी, सतीश कुमार सिन्हा, नीतेश कुमार वर्मा, संतोष कुमार वर्मा आदि से भी पूछताछ की गयी. विदित हो कि पिछले 21 अगस्त को ग्रामीणों ने भंडरिया जंगल में तस्करी कर लकड़ी ले जाने के आरोप में उक्त लड़की को जब्त किया गया था.