विदित हो कि गीता देवी की कथित रूप से जहर खाने से हुई मौत के बाद उसके ससुराल के लोग जलाने के लिए शव को जलाने के लिए ले गये थे़ श्मशान घाट पर चिता पर शव लिटाने के बाद मुखाग्नि भी दे दी गयी थी, लेकिन इस बीच गीता के पिता हूर मधेया निवासी रामभागे चौधरी को जब गीता के मरने की सूचना मिली तो उन्होंने गढ़वा थाने को सूचना दी कि उसकी बेटी की हत्या कर दी गयी है़ उसने पुलिस को बताया कि उसके समधि बसंत चौधरी ने उसके घर आकर बताया कि आपकी लड़की जहर खा ली है़.
जानकारी मिलते ही वह दूबे मरठिया गया, जहां उसने मरा हुआ पाया़ उसने पुलिस को बताया कि बीते 1996 में उसने अपनी बेटी गीता की शादी रवींद्र चौधरी के साथ की थी़ रविंद्र चौधरी सेना का जवान है, जो इस समय राजस्थान के बाड़मेर में पदस्थापित है़ चार दिन पहले वह छुट्टी में घर आया हुआ है़ इसी बीच दोनों पति-पत्नी में विवाद हुआ था़ रामभागे चौधरी का आरोप है कि ससुराल के लोगों ने उसकी हत्या की है़