- 10 रुपये प्रति किलो की दर से बंगाल और ओड़िशा के व्यापारियों को खीरा बेच रहे हैं किसान
- खीरा की लतों पर कीड़ों के प्रकोप के कारण खीरा के उत्पादन में कमी
बहरागोड़ा : सुवर्णरेखा नदी किनारे स्थित पाथरी पंचायत अंतर्गत बामडोल गांव के किसानों ने इस साल भी 30 एकड़ से अधिक में खीरा की खेती की है. खीरा की लता से फल के निकलते ही कीड़ा लगना शुरू हो गया है. इसके कारण खीरा का उत्पादन कम हो रहा है. किसान काफी चिंतित हैं. किसानों के मुताबिक गांव में पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के व्यापारी आते हैं.
इस साल 10 रुपये प्रति किलो की दर से खीरा की बिक्री हो रही है. किसान चित्रेश्वर घोष, वीरेन साव, पियूष रंजन घोष, चंडी चरण साव, आशीष साव, शक्ति साव, देवाशीष साव आदि का कहना है कि जुलाई व अगस्त में खीरा की खेती से अच्छा कमाई हो जाती थी. इस बार खीरा की लता पर कीड़ों के प्रकोप से उत्पादन कम हो रहा है. कीड़ों के कारण खीरा की लताएं सूख रही हैं.