23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand News : एक शिक्षक के भरोसे झारखंड का ये सरकारी स्कूल, बच्चों को ऐसे पढ़ाती है नन्ही टीचर तन्नू

Jharkhand News : झारखंड के दुमका जिले में कई सरकारी प्राथमिक विद्यालय व उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जो एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. एक सरकारी स्कूल में है नन्ही टीचर तन्नू कुमारी, जो बच्चों को पूरी तन्मयता से पढ़ाती है.

Jharkhand News : झारखंड के दुमका जिले में कई सरकारी प्राथमिक विद्यालय व उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जो एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. ऐसे स्कूलों में कार्यावधि के दौरान ताला लटके मिलने, शिक्षक के नदारद रहने, बच्चों के वर्ग से गायब रहने की अक्सर खबरें आती रहती हैं, लेकिन कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जहां शिक्षक ने अकेला रहने के बावजूद ऐसी तरकीब निकाल रखी है, ताकि पढ़ाई बाधित न हो. हालांकि पहली से पांचवीं या पहली से आठवीं तक के बच्चों को एक साथ बिठाकर पढ़ाना उनके लिए मजबूरी भी है. ऐसे में तेज तर्रार छात्र को ही शिक्षक की भूमिका में वे ढाल देते हैं. इन्हीं में एक है नन्ही टीचर तन्नू कुमारी, जो उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय, लेटो में बच्चों को पूरी तन्मयता से पढ़ाती है.

नन्ही टीचर तन्नू पढ़ा रही थी गिनती

प्रभात खबर की टीम सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का जायजा लेने के क्रम में दुमका के लेटो उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पहुंची. वहां एक ही शिक्षक पदस्थापित हैं. शिक्षक कुछ कार्यालय का कामकाज निबटा रहे थे. इस दौरान स्कूल में पढ़ने वाली छोटी सी बच्ची तन्नू कुमारी पहली से पांचवीं कक्षा को संभाल रही थी. इस विद्यालय में नामांकित 36 बच्चों में से भले ही कुछ कम बच्चे क्लास में मौजूद थे, पर तन्नू हाथ में छड़ी लेकर ब्लैक बोर्ड पर वन से हंड्रेड(1-100) तक की गिनती पढ़ा रही थी.

Also Read: माइनिंग लीज केस : निर्वाचन आयोग में CM हेमंत सोरेन केस में 8 अगस्त, बसंत सोरेन केस में 12 अगस्त को सुनवाई

पढ़ाने वक्त क्लास में था अनुशासन

सरकारी स्कूल की नन्ही टीचर तन्नू जब क्लास में बच्चों को गणित पढ़ा रही थी, उस वक्त उसे सुनकर दूसरे बच्चे भी दोहरा रहे थे. इस दौरान क्लास में अनुशासन भी था. शिक्षक सुबान हांसदा ने बताया कि तन्नू हमेशा आगे बढ़कर इस भूमिका में रहती है. उसे यह अच्छा लगता है और जब हमारी व्यस्तता रहती है तो वह क्लास के बच्चों को पढ़ाने में व्यस्त रहती है. इससे बच्चे क्लास से निकलते नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे तीन-चार छात्र बारी-बारी से पढ़ाते हैं. इससे वे अपना अभ्यास भी करते है और उनमें नेतृत्व क्षमता भी विकसित होती है.

Also Read: Jharkhand Monsoon Session 2022 : झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र, BJP के चारों विधायकों का निलंबन वापस

रिपोर्ट : आनंद जायसवाल, दुमका

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें