दुमका : छात्र राजनीति के महादंगल में अब चुनाव नजदीक आते ही खींचतान का दौर भी तेज हो गया है. बुधवार को झारखंड छात्र मोरचा के पचास कार्यकर्ताओं ने अभाविप का दामन थामा. दो दिन पूर्व झारखंड छात्र मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष अमित कुमार महतो की मौजूदगी में कुछ छात्रों को अभाविप कार्यकर्ता बताते हुए शामिल किया गया था और दावा किया गया था कि 125 अभाविप कार्यकर्ता के जेसीएम में शामिल हुए हैं. प्रदेश मंत्री गुंजन मरांडी ने कहा कि जेसीएम का यह दावा बिल्कुल भ्रामक, गलत और निराधार था. अभाविप ने इसे चुनौती मानते हुए उन सभी छात्रों को अभाविप में लाने का निश्चय किया था. उन्होंने कहा कि श्री महतो ने कुछ छात्रों को बरगला कर जेसीएम में शामिल किया था.
इन सभी छात्रों को अभाविव की सदस्यता दिलायी गयी तथा कार्यकर्ता बनाया गया है. श्री मरांडी ने कहा कि जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष को चाहिए कि वे छात्रों के चुनाव को छात्रों के बीच ही रहने दें, उन्हें दिग्भ्रमित न करें. सदस्यता ग्रहण समारोह के बाद एक बैठक प्रदेश संगठन मंत्री याज्ञवलक्य शुक्ल की मौजूदगी में हुई, जिसमें करण कुमार, शंकर चौधरी, तुषार मिश्रा, विशाल वशिष्ट, विक्रम ठाकुर, आदित्य कुमार मोनी, प्रीतम सिंह, गोल्डी वर्मा, शुभम सिंह, राहुल कुमार, विक्की कुमार, मदन, विशाल, महेश आदि मौजूद थे. एक अन्य बैठक में संगठनात्मक बिंदु पर पूरे संताल परगना की समीक्षा हुई, जिसमें छह जिलों से आये विश्वविद्यालय संयोजक, जिला संयोजक, नगर मंत्री, संगठन मंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शामिल हुए तथा छात्रसंघ चुनाव की रणनीति पर विचार-विमर्श किया.