दुमका : मातृ–शिशु स्वास्थ्य, प्रजनन, किशोर–किशोरी स्वास्थ्य की व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण तथा इसे बेहतर बनाने के लिए जिला स्तरीय परामर्श सम्मेलन का आयोजन सूचना भवन में उपायुक्त हर्ष मंगला की अध्यक्षता में आयोजित किया गया.
सहस्त्रब्दी विकास लक्ष्य एवं 12 वीं पंचवर्षीय योजना में निर्धारित किये गये स्वास्थ्य संकेतों पर इस सम्मेलन में विस्तृत चर्चा की गयी. उल्लेखनीय है कि इसके तहत देश के 184 जिले उच्च प्राथमिकता वाली कोटि में हैं.
झारखंड के जो 11 जिले इस श्रेणी में हैं, उनमें सरायकेला, दुमका, लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, साहिबगंज एवं पश्चिमी सिंहभूम शामिल है. डीसी ने इन मामलों में सभी 16 सूचकांकों पर नियमित समीक्षा करने पर जोर दिया. कार्यशाला को यूएसएड–एमसीएचआइपी की स्टेट टीम लीडर डॉ गुंजन तनेजा ने भी विस्तार से प्रकाश डाला.
सीएस डॉ सुरेश कुमार एवं एसीएमओ डॉ एनके मेहरा ने भी अपने विचारों को रखा. कार्यक्रम में आरडीडीएच डॉ सोबान मुमरू, डीइओ देवीसल हांसदा, सभी स्वास्थ्य पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, डीपीएम, डीडीएम आदि मौजूद थे.