दुमका : राज्य सरकार ने पिछले चार महीने से सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कर्मचारियों एवं शिक्षकों को वेतन तथा पेंशनधारियों को देने के लिए पेंशन उपलब्ध नहीं कराया है. जून महीने के बाद से विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न मदों की राशि कर्ज लेकर अपने शिक्षकों-कर्मचारियों को वेतन तथा सेवानिवृत्त कर्मियों को पेंशन देती रही है. जून, जुलाई व अगस्त तक का भुगतान करने में विवि प्रशासन अपने आंतरिक स्त्रोतों से 18 करोड़ रुपये लगभग खर्च कर चुकी है. अब विश्वविद्यालय को इस महीने वेतन भुगतान करने में बड़ी मुश्किल हो रही है. इधर पर्व-त्योहार रहने की वजह से शिक्षक-कर्मचारी आस लगाये बैठे हैं.
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में तकरीबन 320 कर्मचारी, 280 शिक्षक एवं तीन सौ से अधिक पेंशनर हैं. पूर्व में यह विश्वविद्यालय अपने कर्मियों को पहली तारीख को वेतन देता था, पर सरकार के इस रुख से व्यवस्था प्रभावित हुई है और नौबत यह आ पड़ी है कि शिक्षकों-कर्मचारियों को वेतन मांगने के लिए ज्ञापन देना पड़ रहा है.
स्कमूस्टा के महासचिव मिले वीसी से
मंगलवार को भी स्कमूस्टा के महासचिव कलानंद ठाकुर ने वीसी से मुलाकात की तथा उन्हें ज्ञापन सौंपकर सितंबर महीने का वेतन भुगतान कराने का अनुरोध किया. उन्होंने यूजीसी अनुशंसित छठा पुनरीक्षित वेतनमान के अनुसार पीएचडी/एमफील वेतनवृद्धि का लाभ यथाशीघ्र दिलाने, पंचम वेतनमान के वेतनांतर के बकाया 30 प्रतिशत एवं छठे वेतनमान के बकाया वेतनांतर के 66 प्रतिशत राशि का भुगतान करने, बिहार की तर्ज पर साल में अर्जित अवकाश 12 दिन करने तथा इसमें संचय की अधिकत्तम सीमा 300 दिन कराने तथा विवि -कॉलेजों में सामान्य, ओबीसी, अल्पसंख्यक छात्रावास की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है.
वेतन मद में राज्य सरकार की ओर से कोई भी आवंटन अब तक प्राप्त नहीं हुआ है. जरूरत को देखते हुए विश्वविद्यालय के आंतरिक मद से तीन महीने का वेतन दिया गया है. सितंबर माह से वेतन भुगतान की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. राज्य सरकार से भी मांगी जा रही है.
ए कमर हसन, कुलपति, सिदो कान्हो विश्वविद्यालय.