धनबाद : नगर निगम के इतिहास में पहली बार स्टैंडिंग कमेटी में हंगामा का मामला मिनट्स में लाया गया. स्टैंडिंग कमेटी में पारित योजनाओं के अलावा प्रोसेडिंग में हंगामा का मामला जोड़ा गया. पार्षद निर्मल मुखर्जी के आचरण को आपत्तिजनक बताया गया. पार्षद निर्मल मुखर्जी ने मामले को लेकर कोर्ट जाने का निर्णय लिया है.
बताते चलें कि चार जनवरी को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई. 28 मामले पर चर्चा की गयी. पार्षदों के विरोध के कारण कुछ मामला पारित नहीं किया गया. जबकि 26 मामले स्टैंडिंग कमेटी में पारित किये गये. बैठक के दौरान नगर आयुक्त व पार्षद निर्मल मुखर्जी के बीच नोक-झोंक का मामला सामने आया था. पार्षद प्रियरंजन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.
मिनट्स में क्या है : मिनट्स में स्पष्ट लिखा गया है कि बैठक की समाप्ति के समय में वार्ड पार्षद निर्मल मुखर्जी का आचरण आपत्तिजनक था तथा इस संबंध में नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 79(2) के शक्ति का प्रयोग करते हुए पीठासीन पदाधिकारी महापौर के निर्देश पर बैठक के शेष भाग से तत्काल निकल जाने का निर्देश दिया गया तथा माफी मांगने पर उक्त कार्रवाई से मुक्त किया गया.
पार्षद ने कहा-मामले को लेकर कोर्ट जायेंगे : पार्षद निर्मल मुखर्जी ने कहा कि अभद्र व्यवहार नहीं किये हैं. जनप्रतिनिधि हैं, संविधान के दायरे में रखकर काम करते हैं. ठेकेदार का विपत्र विलंब होने की बात उठायी थी. मेयर व नगर आयुक्त पद व पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं. एलइडी लाइट घोटाला व सिटी सेंटर मामले में भी कोर्ट में रिट याचिका दायर करेंगे. मानहानि का भी दावा करेंगे.