10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कहां हैं कानून के लंबे हाथ!

चिंतनीय. हत्यारों को पकड़ पाने में पुलिस की विफलता खड़े करती है सवाल धनबाद : कत्ल के कई वारदात हुए, लेकिन वर्षों बीत गये कातिल का पता नहीं चला. अधिकारियों का तबादला हो गया. समय के साथ लोगों के जेहन में वे घटनाएं धुंधली पड़ गयीं. फाइलें थानों में धूल फांक रही हैं. लेकिन इससे […]

चिंतनीय. हत्यारों को पकड़ पाने में पुलिस की विफलता खड़े करती है सवाल

धनबाद : कत्ल के कई वारदात हुए, लेकिन वर्षों बीत गये कातिल का पता नहीं चला. अधिकारियों का तबादला हो गया. समय के साथ लोगों के जेहन में वे घटनाएं धुंधली पड़ गयीं. फाइलें थानों में धूल फांक रही हैं. लेकिन इससे पुलिस की साख घटती है. पुलिस के काम-काज का यह कौन तरीका है कि हत्यारे पकड़े नहीं जाते. जबकि कहा जाता है कि कानून के हाथ काफी लंबे हैं.
नाहिदा कौसर हत्याकांड : डायरी में था एक पुलिस अधिकारी का नाम
15.02.15 की वारदात : नहीं मिला सुराग
धनसार थानांतर्गत भूदा में 15 फरवरी 15 को 45 वर्षीया नाहिदा कौशर की हत्या उसके घर में ही गला घोंट कर की गयी थी. महिला अकेली रहती थी. एक 18 वर्ष का पुत्र सोनू था तो वह अपने दोस्तो के साथ मां की हत्या से डेढ़ वर्ष पूर्व कमाने के लिए गया था. उसके सारे दोस्त लौट कर आ गये, लेकिन सोनू नही आया. इस संबंध में नाहिदा ने धनसार थाना में शिकायत भी की थी. नाहिदा की मौत के बाद पुलिस जांच में उसके घर से एक पॉकेट डायरी मिली थी जिसमें साफ शब्दों में एक पुलिस अधिकारी के नाम लेकर लिखा हुआ था : उसे पता है मेरा इकलौता बेटा सोनू किसके पास है,
कैसे है और कहां है. उसके फोन की सीबीआई जांच हो. तारीख 24 सितंबर 14 लिखी थी. डायरी के एक अन्य पन्ने में महिला ने अपनी हत्या की आशंका भी जतायी थी. लेकिन इस डायरी को पुलिस के तत्कालीन एक वरीय पदाधिकारी ने दबा दिया. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया. घटना के एक साल से ज्यादा बीतने को है. लेकिन अनुसंधान का नतीजा जीरो है.
अमोल चटर्जी हत्याकांड उस्तरा से काटा था गला
पांच दिसंबर 07 की वारदात : अज्ञात ही रहे हत्यारे
धनसार थाना क्षेत्र के गांधी नगर में अमोल चटर्जी (65) की पांच दिसंबर 07 को उनके घर में उस्तरा से गला काट कर हत्या कर दी गयी. एस संबंध में भी पुलिस ने हत्या का मामला अज्ञात के खिलाफ दर्ज लिया. नौ साल बीतने को है पुलिस हत्यारों को पकड़ नहीं आयी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें