10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी भंग

शह-मात. 48 घंटे के भीतर ही संतोष सिंह का कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा धनबाद जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर मनोयन के 48 घंटे के भीतर ही संतोष सिंह को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके कुछ ही देर बाद धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी को भंग करने की घोषणा कर दी गयी. […]

शह-मात. 48 घंटे के भीतर ही संतोष सिंह का कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा

धनबाद जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर मनोयन के 48 घंटे के भीतर ही संतोष सिंह को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके कुछ ही देर बाद धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी को भंग करने की घोषणा कर दी गयी. संतोष सिंह के मनोनयन के साथ ही जिले के कांग्रेसियों ने बयानबाजी शुरू कर दी थी.
धनबाद : प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सदस्य राजेश ठाकुर ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत ने धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. केवल जिला अध्यक्ष पद पर ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह बने रहेंगे.
व्यापक-विचार विमर्श के बाद जिला कमेटी का गठन व कुछ प्रखंड कमेटियों के अध्यक्ष का मनोनयन होगा. बताया गया कि धनबाद जिला कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष की स्वीकृति के बगैर मनोनयन, निष्कासन व गुटबाजी को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने जिला कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह का इस्तीफा भी प्रदेश अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश अध्यक्ष ने मंगलवार को संतोष सिंह को धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया था. जिला अध्यक्ष व उनके समर्थक कार्यकारी अध्यक्ष के मनोनयन को गैरसंवैधानिक बता रहे थे. प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद व सह प्रभारी तारा चंद भगोड़ा ने भी मनोनयन को अवैध बताया था. अंतत: बीच का रास्ता निकाला गया. संतोष की भी कुरसी गयी अौर जिला कमेटी भी भंग हो गयी. संयोग है कि जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह व संतोष दोनों राजेंद्र सिंह के करीबी हैं.
जिले के बाकी कार्यकारी अध्यक्षों की भी छुट्टी : जिला अध्यक्ष की ओर से धनबाद नगर, भूली नगर, झरिया नगर, झरिया प्रखंड, निरसा प्रखंड व चिरकुंडा नगर में कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन किया गया था. कार्यकारी अध्यक्ष को लेकर ही बवाल था. झरिया में संतोष गुट के पंकज मिश्रा कार्यकारी अध्यक्ष व नीरज गुट के प्रीतम रवानी कार्यकारी अध्यक्ष थे. इनकी स्वीकृति प्रदेश से नहीं ली गयी थी. इस कारण ये भी स्वत: पदमुक्त हो गये.
मन्नान गुट ने किया फैसले का स्वागत : इस बीच मदन महतो, डुगुर सिंह व मनोज यादव ने कहा कि जिला कमेटी भंग करने की उनकी डेढ़ साल पुरानी मांग मान ली गयी है. इसके लिए हम लोग प्रदेश अध्यक्ष के शुक्रगुजार हैं. विदित हो कि विधानसभा चुनाव में मन्नान मल्लिक की हार के बाद उनके समर्थकों ने हार की जिम्मेवारी व भितरघात का आरोप जिला अध्यक्ष पर लगाया था. एक-एक कर 41 पदाधिकारियों ने त्यागपत्र दिया था और जिला अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग की थी.
माला से लद-फद कर आये संतोष, पानी पिया और इस्तीफा दिया
जिला कांग्रेस का हाइ वोल्टेज ड्रामा 48 घंटा में ही समाप्त हो गया. कार्यकारी अध्यक्ष पद पर संतोष की नियुक्ति मंगलवार की दोपहर हुई थी. प्रदेश अध्यक्ष ने संतोष को चिट्ठी दी. रांची से प्रेस विज्ञप्ति जारी हुई. और इसके साथ ही जिला कांग्रेस की राजनीति गरम हो गयी. प्रदेश से दिल्ली तक घंटी घनघनायी.
प्रदेश प्रभारी व सह प्रभारी ने कार्यकारी अध्यक्ष के मनोनयन को अवैध बताया. प्रदेश अध्यक्ष चुप्पी साधे रहे. गुरुवार की दोपहर संतोष रांची से धनबाद आये. पुटकी मोड़ में ही समर्थकों ने उनका स्वागत किया. वाहनों के काफिले के साथ वह धनबाद पहुंचे. यहां से झरिया गये, पानी पिया व कतरास मोड़ स्थित अपने कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर इस्तीफे की घोषणा कर दी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें