धनबाद : भाकपा माले के छात्र संगठन आइसा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जेएनयू छात्र यूनियन के पूर्व अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा है कि मौजूदा दौर में देशद्रोह कानून का कोई औचित्य नहीं है. झारखंड दौरे पर आये आशुतोष रविवार को पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि देशद्रोह अंग्रेजों के समय का कानून था, जब अपना देश उनका गुलाम था. गुलामी के खिलाफ लड़ने वालों के लिए वह इस कानून का इस्तेमाल करते थे. आज इसका इस्तेमाल सरकार के खिलाफ बोलने वालों के ऊपर केस करके किया जाता है.
जाति और धर्म के नाम पर देश तोड़ने वाले अब जेएनयू के बहाने पूरे देश में उन्माद पैदा कर रहे हैं. 23 मार्च भगत सिंह के शहादत दिवस से 14 अप्रैल बाबा साहेब की जयंती तक पूरे देश में ‘उठो मेरे देश’ के नाम से अभियान चलाया जा रहा है. हमारा नारा है नये भारत के वास्ते, भगत सिंह, बाबा साहेब के रास्ते. सरकार के खिलाफ छात्र एकजुट हो रहे हैं. इसी अभियान के तहत दो दिन पहले देवघर गया था. वहां चंद लोगों ने हमला कर दिया और पुलिस तमाशा देखती रही. फिर भी संतुष्टि है कि हमारे अभियान को समर्थन मिल रहा है. मौके पर नागेन्द्र कुमार, सुबल दास, आशुतोष, अमर दास आदि मौजूद थे.