जानवर और इनसान की दोस्ती के कई उदाहरण मिलते हैं. महुदा के लखनपुर में एक ऐसा ही वाकया सामने आया है. 11 साल का अभिषेक गुरुवार की दोपहर अपने घर के कुएं में गिर गया. परिवार का पालतू कुत्ता मोती घटना के बाद से ही कुएं के समीप बैठा गूं-गूं करता रहा, लेकिन घर वाले इशारा नहीं समझ पाये. जब तक लोग समझ पाते, मासूम की मौत हो चुकी थी. अभिषेक व मोती में खूब छनती थी. दोस्त की मौत के बाद मोती ने खाना-पीना छोड़ दिया है.
महुदा: महुदा के लखनपुर में गुरुवार की दोपहर तीन बजे से गायब कुमार अभिषेक महतो (11) का शव शुक्रवार को मिला. स्थानीय निवासी परमेश्वर महतो का पुत्र आवास के पीछे स्थित कुआं में पड़ा था. परिजन कल से ही उसकी खोजबीन में लगे हुए थे. घर के पालतू कुत्ते मोती ने अभिषेक की बरामदगी में अहम भूमिका निभाई. वह डीएवी महुदा में तीसरी कक्षा का छात्र था. घटना के बाद से बस्ती में मातम पसरा हुआ है. ऐसी आशंका है कि अभिषेक कुआं के पास मछलियों को चारा दे रहा होगा. इसी क्रम में पैर फिसल जाने से वह सीधे नीचे जा गिरा. जब अभिषेक का शव ग्रामीणों ने बाहर निकाला तो उसके नाक व मुंह पर खून के धब्बे पाये गये. कुआं के ऊपर सीमेंट पर खून का निशान मिला है. अपने इकलौते पुत्र का शव देख मां का हाल बुरा था. देर शाम शव दामोदर नदी किनारे दफना दिया गया.
बुढ़ापा केकरा सहारे कटतो रे बाबू
शव मिलते ही घर में कोहराम मच गया. अभिषेक की मां प्रमिला देवी के चीख-पुकार से हर आंख नम थी. बेहाल प्रमिला कह रही थी, ‘हामनी के घरेक दिया बुझाय गेलो. अबरी हामनी के बुढ़ापा केकरा सहारे कटतो. अब कोकर खातिर बिस्कुट-पारोटी मंगईबे रे बाबू…’ माता-पिता, दादी व बहनें लोगों के संभालने पर भी नहीं संभल रही थीं. बाद में परिवार वालों को सांत्वना देने डीएवी के प्राचार्य एके सिंह अभिषेक के घर पहुंचे.
‘मोती’ ने निभाई वफादारी
मोती नाम का कुत्ता अभिषेक का प्यारा दोस्त था. उसी ने शव तक पहुंचाने में लोगों की मदद की. जब अभिषेक कुआं में गिरा, उसी वक्त से मोती कुआं के पास बैठ कर गूं-गूं कर रहा था. उसकी आंखें डबडबाई हुई थीं. ग्रामीणों ने बताया कि अभिषेक मोती के साथ खेलता-कूदता था. ग्रामीण व परिजन जब भी कुअां के पास गये तो मोती वहीं बैठा मिला. लोग उसके इशारे समझ नहीं पाये. सुबह में कुछ ग्रामीणों को शंका हुई कि आखिर मोती दोपहर से सुबह तक यहां क्यों बैठा है, तब लोग कुआं में उतरकर खोजबीन शुरू किये. अंदर से मासूम का शव निकला. घटना के बाद से मोती ने खाना-पीना छोड़ दिया है.
अपराह्न में दिखा था आखिरी बार
अभिषेक के पिता परमेश्वर महतो ने बताया कि उनको तीन पुत्री के बाद इकलौता पुत्र अभिषेक था. वह गुरुवार की सुबह सात बजे परीक्षा देने स्कूल गया था. तीन बजे घर में आखिरी बार देखा गया. रात आठ बजे जब घर नहीं आया तो खोजबीन शुरू हुई. सुबह जब महुदा थाना पहुंचे तो फोन पर खबर मिली कि कुआं के पास अभिषेक का शव मिला है.