धनबाद: मिश्रित भवन स्थित वर्किग हॉस्टल एवं अनुसूचित जाति बालिका छात्रवास में शनिवार को हंगामा के बाद हॉस्टल अधीक्षक (वार्डेन) लीला रवानी पर छात्रओं के माता-पिता को धमकाने का आरोप है. अभिभावकों ने जब अपने बच्चियों से पूछताछ शुरू को तो उनलोगों ने सीधे महिला थाना प्रभारी को इसकी सूचना दे दी.
थाना प्रभारी अगुस्टिना लकड़ा जांच के लिए हॉस्टल पहुंची. छात्रओं ने बताया कि उनके माता-पिता को हॉस्टल अधीक्षक श्रीमती रवानी ने कहा कि अपनी बच्चियों को शिकायत वापस कर मामला को रफा – दफा करने के लिए कहें अन्यथा उन्हें हॉस्टल से निकाल दिया जायेगा. इतना ही नहीं उन्हें इस तरह बदनाम किया जायेगा कि कहीं और रह कर भी पढ़ाई नहीं कर सकेंगी. महिला थाना प्रभारी ने हॉस्टल अधीक्षक श्रीमती रवानी से इस संबंध में पूछताछ की.
उनका मोबाइल चेक किया तो उसमें कई छात्रओं के अभिभावकों के फोन किये जाने की बात सामने आयी. थाना प्रभारी अगुस्टिना लकड़ा ने हॉस्टल अधीक्षक (वार्डेन ) को हिदायत दी कि छात्रओं को परेशान न करें. महिला थाना की मुंशी गायत्री एवं सदर थाना के एएसआइ सुबोध कुमार सिंह उनके साथ थे.
हॉस्टल की लड़कियों की बनायी जायेगी कमेटी
हॉस्टल अधीक्षक के पति को वहां से हटा दिया गया है. कल डीसी से परामर्श करके अच्छी वार्डेन ( हॉस्टल अधीक्षक) को भी प्रतिनियुक्त कर दिया जायेगा. बीमारी होती है तो उसका इलाज भी है. हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों की एक कमेटी भी बनायी जायेगी, जिसकी हिस्सेदारी हॉस्टल प्रशासन में होगी. वहां व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए उन्हीं लोगों को जिम्मेवारी भी दी जायेगी. ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो.
परवेज इब्राहिमी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी
बार – बार मुझ पर आरोप लगाये जा रहे हैं. मैं कितना सफाई दूं. इस मैटर पर मुङो कोई सफाई नहीं देनी है.
लीला रवानी, हॉस्टल वार्डेन