धनबाद: नगर विकास मंत्री सुरेश पासवान बुधवार को धनबाद नगर निगम व माडा के कार्यो की समीक्षा करेंगे. मंत्री से धनबाद के लोगों की काफी उम्मीदें हैं. नगर निगम के गठन हुए तीन साल बीत गये, लेकिन निगम के खाते में कुछ खास उपलब्धि नहीं रही. तीन साल में पांच प्रशासक बदले गये. उपलब्धि की बात करें तो जेएनएनयूआरएम की 55 करोड़ का कचरा प्रबंधन, 14 करोड़ की सिटी बस सेवा व 383 करोड़ की मैथन जलापूर्ति तीन योजनाएं धरातल पर उतरी. इसमें दो योजनाएं सिटी बस सेवा व कचरा प्रबंधन ऑक्सीजन पर है.
सीवरेज एंड ड्रेनेज सिस्टम पर काम नहीं हुआ. शहर, गली व मुहल्ला में कचरों का अंबार है. नालियां बजबजा रही हैं. शहर की प्राय: स्ट्रीट लाइट बूझ गयी है. लोग नारकीय स्थिति में जीने को विवश हैं.
नगर बस सेवा भी फेल : वर्ष 2010 में सिटी बस धरातल पर उतरी. धनबाद में 100 सिटी बसें चलाने की योजना थी. इनमें 70 सिटी बस धनबाद आयी. पांच बस देवघर भेजी गयी. 65 में मात्र 28 बसों का ही परिचालन हो रहा है, जो भी चल रही है, उसकी भी हालत जजर्र हो गयी है.