सिंदरी. बीआइटी सिंदरी के निदेशक की नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार ने झारखंड लोक सेवा आयोग को प्रस्ताव भेजा है. यह पद एक सितंबर 2014 से रिक्त है.
अस्थायी निदेशक के तौर पर सरकार की ओर से एसके डे को निदेशक का कामकाज करने की जवाबदेही सौंपी गयी है. निदेशक के पद के लिए अभियंत्रण के क्षेत्र में पीएचडी की डिग्री अनिवार्य की गयी है. इसके अतिरिक्त 15 वर्ष तक शैक्षणिक कार्य का अनुभव होना भी अनिवार्य किया गया है. इसमें से पांच वर्ष तक किसी भी अभियंत्रण संस्थान में प्रोफेसर अथवा प्राचार्य के पद पर रहना भी योग्यता में शामिल किया गया है.
वहीं वरीय प्राध्यापकों को भी नियुक्ति में तरजीह देने की बातें कही गयी हैं. बीआइटी सिंदरी के यांत्रिक अभियंत्रण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुहास चंद्र राय ने विज्ञान, प्रावैधिकी विभाग के सचिव को पत्र लिख कर वरीयता के आधार पर निदेशक की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि एक सितंबर 2014 से निदेशक का पद खाली है. निदेशक के पद पर सीधी नियुक्ति को लेकर संस्थान के किसी वरीयतम प्राध्यापक की पोस्टिंग किये जाने का प्रावधान भी है. उन्होंने कहा है कि वे 20 मार्च, 2013 से प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं. सहायक प्राध्यापक (यांत्रिक इंजीनियरिंग) के पद पर डॉ राय 17 जनवरी 1983 से कार्यरत हैं. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से प्राध्यापकों की वरीयता का भी निर्धारण किया गया है. ऐसे में वरीयता क्रम को तय करने के लिए प्रथम नियुक्ति को ही आधार बनाया जाना चाहिए.