धनबाद: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार को इंटक के राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत हुई. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा- कांग्रेस व इंटक का पुराना रिश्ता है. इसकी नींव 1947 में महात्मा गांधी ने रखी थी. उद्देश्य था-गरीब व शोषित मजदूरों को उनका हक मिले. कोई श्रमिक शोषण का शिकार न बने. आज भी संगठन इसी उद्देश्य को लेकर चल रहा है.
उपलब्धियों का भी जिक्र किया : दिग्विजय ने कहा- सरकार ने खाद्य सुरक्षा व भू- अधिग्रहण बिल के जरिये ऐतिहासिक पहल की है. श्रमिक इस बिल का पुरजोर समर्थन करें. इसके बारे में लोगों को बतायें. विशेष तौर पर गरीब व शोषित जमात के इसके फायदे बताये जायें. उन्होंने श्रमिकों के लिए पेंशन व अन्य सुविधाओं की वकालत की.
राजेंद्र सिंह ने दिया स्वागत भाषण : स्वागत भाषण राष्ट्रीय महामंत्री व झारखंड के मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने दिया. उन्होंने इंटक की उपलब्धियां भी गिनायी. कोयला श्रमिकों के उत्थान, वेतन समझौते में संगठन की महती भूमिका को भी रेखांकित किया. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भक्त चरण दास, कार्यकारी अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, आरसीएमएस के एके झा,मिथिलेश कुमार सिंह, रामेश्वर सिंह, ललन प्रसाद शर्मा, रामरतन प्रसाद समेत अन्य भी मौजूद थे.
आज एकता का संकल्प लेंगे : कल एचएमएस, सीटू, एटक व बीएमएस के प्रतिनिधि भी अधिवेशन में मौजूद रहेंगे. अधिवेशन में एकता का संकल्प लिया जायेगा. श्रमिक आंदोलन की दशा- दिशा पर भी चर्चा होगी.