धनबाद: रेल यूनियनों की मान्यता के लिए मतदान 25 अप्रैल से तीन दिनों तक किये जा सकेंगे. दो मई को वोटों की गिनती होगी. इस बार चुनावी दंगल में पांच यूनियनें हैं. पूर्व मध्य रेलवे के सभी पांच मंडल में यूनियन चुनाव की सरगरमी है. वोटिंग से पहले आज अंतिम दिन यूनियनों ने डोर टू डोर कैंपेन चलाया. शाम को डीआरएम कार्यालय के विभिन्न सेक्शन में यूनियन नेता समर्थकों के साथ पहुंचे और कर्मियों से अपने पक्ष में वोट डालने की अपील की.
यूनियनें जो मैदान में हैं : इस्ट सेंट्रल रेलवे इम्पलाइज यूनियन, इस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन, इस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन, इस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन, पूर्व मध्य रेलवे मजदूर संघ.
कमान एडीआरएम व सीनियर डीपीओ के हाथ : चुनाव संचालन की कमान एडीआरएम राजेश मोहन व सीनियर डीपीओ मनोज कुमार के हाथ में सौंपी गयी है. इसके अलावा हर बूथ पर पोलिंग अधिकारी के रूप में एक गजटेड ऑफिसर की नियुक्ति की गयी है. इसके अलावा ग्रुप सी के दो, ग्रुप डी के अधिकारी हर बूथ पर होंगे.
सुरक्षा के क्या हैं इंतजाम : हर बूथ पर सुरक्षा के लिए दो आरपीएफ के जवानों की तैनाती की गयी है. चुनाव को लेकर जिला प्रशासन से भी मदद मांगी गयी है. जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं वहां के डीसी एसपी को भी सूचित किया गया है. जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त बल के मदद का भी उपलब्ध कराये जायेंगे.
एडीआरएम,सीनियर डीपीओ ने किया दौरा : चुनाव को लेकर एडीआरएम राजेश मोहन व सीनियर डीपीओ मनोज कुमार ने संवेदनशील सीआइसी का दौरा किया. सीआइसी में बरकाकाना, गढ़वा, चोपन से लेकर रेणूकूट तक के इलाके पड़ते हैं. इनमें से ज्यादातर क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. बूथ पर लाइट के लिए जेनेरेटर व इमरजेंसी लाइट की भी व्यवस्था की गयी है.
क्या है बूथ की संरचना : हर बूथ पर यूनियन के पोलिंग एजेंट के अलावा यूनियन के दो-दो प्रतिनिधि रह सकते हैं. हर बूथ पर दस स्टॉफ पर एक ऑफिसर की तैनाती की गयी है. बूथ में वोटर के अलावा चुनाव से संबद्ध अधिकारी ही जा सकते हैं.
छोटी छुट्टी का प्रावधान : वोट डालने के लिए रेलकर्मियों के लिए छोटी छुट्टी का प्रावधान भी किया गया है. तीन दिनों में वोट डालने के लिए रेलकर्मी एक दिन का इस्तेमाल कर सकते हैं. पोस्टल बैलेट की भी व्यवस्था है. इसके लिए लिफाफा के अंदर वोट डाल कर दिये जा सकते है. लिफाफा पर टिकट जरूर सटा होना चाहिए. रि-पोलिंग की भी व्यवस्था है.