लोदना: कोल इंडिया प्रबंधन मानवता भूल गया है. प्रबंधन गलत तरीके से कोयला उत्पादन कर रहा है और कोयलांचल के विस्थापितों को अमानवीय तरीके से कबूतरखाने की तरह बेलगड़िया में बसाया जा रहा है.
उक्त बातें दिल्ली से आयी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सह शोधकर्ता स्मिता गुप्ता ने गुरुवार को देशबंधु प्रेक्षागृह में आयोजित प्रेसवार्ता में कही. उन्होंने कहा कि बेलगड़िया में बसाये गये लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.
गलत माइनिंग के कारण भूमिगत आग बढ़ती जा रही है. राजापुर में ट्रेंच कटिंग बंद है. इससे कॉलेज व माडा जलागार को खतरा है. गैलरी व पीलर बना कर कोयला निकासी का प्रावधान है, लेकिन प्रबंधन इसका पालन नहीं कर रहा है. इससे भूमिगत आग धीरे-धीरे शहर की ओर बढ़ रही है. लोगों को उचित मुआवजा भी नहीं दिया गया है. उन्होंने विस्थापितों को बीपीएल की सूची में शामिल कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग जिला प्रशासन से की है.
कई क्षेत्रों का दौरा : श्रीमती गुप्ता ने बोकापहाड़ी, इंदिरा चौक, बंगाली कोठी, राजपूत बस्ती, केंदुआ क्षेत्र का दौरा किया. साथ ही इन क्षेत्र के लोगों को अविलंब सुरक्षित जगह पर बसाने की मांग की. उनके साथ सीपीआइ (एम) के जिला सचिव सुरेश प्रसाद गुप्ता, शिव बालक पासवान, अशोक अग्रवाल, सपन मांझी, गोपाल अग्रवाल, रामकृष्ण पासवान आदि थे.